फतेहाबाद/आगरा। यमुना में आई बाढ़ और हो रही बारिश ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है तेजी से बढ़ते यमुना के जलस्तर यमुना के तटीय ग्रामीण क्षेत्रों में किसने के खेतों में खड़ी बाजरा और हरी सब्जी यमुना के पानी में डूब कर पूरी तरह नष्ट हो गई है।
वही यमुना में तेजी से बढ़ते जल स्तर को ध्यान में रखते हुए बाढ़ चौकिया पर तैनात कर्मचारी तैनात रहकर पल-पल की निगरानी रख रहे हैं वहीं उप जिलाधिकारी फतेहाबाद और तहसीलदार फतेहाबाद ग्रामीण क्षेत्र का दौरा कर हालात का जायजा लेते देखे जा रहे हैं।
सदर तहसील के गांव नूरपुर मेहरा नाहरगंज पारोली ठार विशारना और तहसील फतेहाबाद के काकर नरि नगला बेहड नगरिया अई धारा का पूरा शाहिदपुर रिहवली भोलपुरा बमरौली चरिपुर स्बारा टरावली ईंधौन आदि गांव में यमुना में आई बाढ़ का पानी भर जाने से हजारों बीघा किसने की फसल पानी में डूब जाने से नष्ट हो गई है।
यही नहीं जोनेश्वर यमुना घाट की सभी सीढ़ियां यमुना में आई बाढ़ के पानी में पूरी तरह डूब गई अब यमुना का पानी और बढ़ता है तो जोनेश्वर घाट जाने वाला मार्ग भी पानी भर जाएगा और यमुना घाट जाने वाला रास्ता अवरुद्र हो जाएगा।
उप जिला अधिकारी फतेहाबाद स्वाति शर्मा और तहसीलदार फतेहाबाद बबलेस कुमार ने बताया कि हथिनी कुंड बैराज से यमुना में पानी छोड़े जाने से यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
इसे देखते हुए बाढ़ रहता चौकिया पर तैनात कर्मचारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं वहीं क्षेत्र में लगातार निरीक्षण कर हालात पर नजर रखी जा रही है उन्होंने यमुना किनारे बसे ग्रामीणों और चारगाह से अपील की है कि वह यमुना में अपने पशुओं को ना ले जाएं और यमुना में नहाने ना जाएं।
अगर देखा जाए तो हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए बड़ी तादात में पानी से दूसरी बार अचानक यमुना में तेजी से पानी बढ़ने और यमुना के तटीय इलाके मैं पानी भर जाने से किसानों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही यमुना का जलस्तर नहीं घटा और प्रशासन द्वारा निचले इलाकों में खेतों में भरा नहीं निकलवाया गया तो हालात और खराब हो सकते है किसानों ने प्रशासन से शीघ्र ही किसने की फसलों के नुकसान का आकलन कराकर किसानों को राहत और मुआवजा दिलाने की मांग की है।
रिपोर्ट – सुशील गुप्ता