ओडिशा। प्रदेश के कोरापुट जिले में जयपुर फॉरेस्ट रेंज के डिप्टी रेंजर रामचंद्र नेपक के ठिकानों पर विजिलेंस विभाग ने शुक्रवार को बड़े पैमाने पर छापेमारी की। इस कार्रवाई में नेपक के फ्लैट नंबर 510, गोल्डन हाइट्स रेजिडेंशियल अपार्टमेंट, जयपुर टाउन से एक गुप्त तिजोरी में छिपाए गए लगभग 1.44 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए।
इसके अलावा, 4 सोने के बिस्किट और 10-10 ग्राम वजन के 16 सोने के सिक्के भी जब्त किए गए। सोने की वस्तुओं का सटीक वजन और मूल्यांकन अभी जारी है।
विजिलेंस विभाग ने नेपक के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति (Disproportionate Assets) के आरोप में यह कार्रवाई शुरू की। छापेमारी जयपुर और भुवनेश्वर में नेपक से जुड़े छह स्थानों पर की गई, जिसमें उनके पैतृक जमीन पर बना मकान, दो फ्लैट (510 और 511, गोल्डन हाइट्स, जयपुर), और भुवनेश्वर में उनके भाई का फ्लैट शामिल है।
यह ऑपरेशन विशेष जज, विजिलेंस, जयपुर द्वारा जारी सर्च वारंट के आधार पर छह डीएसपी, पांच इंस्पेक्टर, नौ एएसआई और अन्य सहायक कर्मियों की एक बड़ी टीम द्वारा किया गया।
रामचंद्र नेपक, जो वर्तमान में जयपुर फॉरेस्ट रेंज के प्रभारी रेंजर के रूप में कार्यरत हैं, ने 1989 में सामाजिक वानिकी विभाग में ग्राम वन कार्यकर्ता के रूप में नौकरी शुरू की थी। उनकी वर्तमान मासिक सकल वेतन 76,880 रुपये और शुद्ध वेतन 69,680 रुपये है। विजिलेंस विभाग का आरोप है कि नेपक ने अपनी आय के ज्ञात स्रोतों से कहीं अधिक संपत्ति अर्जित की है, जो उनके वेतन और सरकारी नौकरी से मेल नहीं खाती।
छापेमारी के दौरान बरामद नकदी की गिनती के लिए मुद्रा गणना मशीनें तैनात की गई हैं, और जांच अभी भी जारी है। विजिलेंस विभाग नेपक की कुल संपत्ति का आकलन कर रहा है, और आगे की कार्रवाई जांच के परिणामों पर निर्भर करेगी।
यह मामला ओडिशा में भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस विभाग की सख्त कार्रवाई का हिस्सा है, जिसने हाल के वर्षों में कई बड़े नकद बरामदगी के मामलों को उजागर किया है।
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