लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बाराबंकी में पुलिस के लाठीचार्ज को लेकर अपनी ही सरकार की पुलिस व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। 1 सितंबर को बाराबंकी में विश्वविद्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं और छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था, जिसमें कई छात्र घायल हो गए थे।
मौर्य ने घायल छात्रों से मुलाकात कर घटना की निंदा की। उन्होंने कहा, “पुलिस का काम शांति और व्यवस्था बनाए रखना है, न कि छात्रों पर बर्बरतापूर्वक हमला करना। यह पूरी तरह अस्वीकार्य है।” डिप्टी सीएम ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया और कहा कि इस मामले की जांच कर जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा।
क्या थी घटना कीश्रपृष्ठभूमि:
बाराबंकी में विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने बल प्रयोग किया था। इस घटना ने स्थानीय स्तर पर काफी विवाद खड़ा कर दिया है। ABVP ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताते हुए विरोध जताया है।
सियासी निहितार्थ:
मौर्य का यह बयान उनकी अपनी सरकार के खिलाफ एक असामान्य कदम माना जा रहा है। इससे सत्तारूढ़ दल के भीतर तनाव की स्थिति उजागर होती है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घटना आगामी समय में और चर्चा का विषय बन सकती है।
आगे की राह:
डिप्टी सीएम ने घायल छात्रों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। साथ ही, उन्होंने प्रशासन से इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की बात कही। अब सभी की नजर इस बात पर है कि इस मामले में सरकार और पुलिस प्रशासन क्या कार्रवाई करता है।
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