भदोही: उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के ज्ञानपुर कोतवाली क्षेत्र में एक सनसनीखेज घटना ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है। लगभग 25 दिन पहले नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर भगाने के आरोप में नामजद युवक सूर्यभान यादव की संदिग्ध मौत हो गई। रविवार सुबह चकवा महाबीर मंदिर स्थित तालाब में उनकी लाश मिली, जहां पुलिस को एक पांच पेज का सुसाइड नोट भी प्राप्त हुआ। नोट में सूर्यभान ने प्रेमिका के परिवार पर मानसिक उत्पीड़न, धमकियां और लगातार परेशान करने का गंभीर आरोप लगाया है। हालांकि, मृतक के पिता ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
घटना का पूरा ब्यौरा
मामला भदोही जिले के मवैया हरदोपट्टी गांव का है। सूर्यभान यादव (उम्र लगभग 25 वर्ष), जो स्थानीय होमगार्ड संजय यादव के पुत्र थे, पर करीब एक माह पहले एक नाबालिग लड़की को अपहरण कर भगाने का आरोप लगा था। लड़की के परिजनों की शिकायत पर ज्ञानपुर कोतवाली में सूर्यभान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए लड़की को बरामद कर लिया और मामले की जांच शुरू की।
शुक्रवार को पूछताछ के लिए सूर्यभान को थाने बुलाया गया। पुलिस का दावा है कि पूछताछ के दौरान वे बिना किसी को बताए थाने से निकल गए और उसके बाद लापता हो गए। दो दिनों तक सूर्यभान का कोई सुराग नहीं लगा। रविवार सुबह ग्रामीणों ने तालाब के किनारे उनका बेल्ट, मफलर और आधार कार्ड पाया। तलाशी के दौरान तालाब से उनका शव बरामद हुआ। मौके पर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया, जबकि भारी पुलिस बल तैनात रहा। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, और प्रारंभिक जांच में सुसाइड की आशंका जताई जा रही है।
सुसाइड नोट ने बढ़ाई रहस्यमयी परतें
घटना स्थल से मिले पांच पेज के सुसाइड नोट ने मामले को और जटिल बना दिया है। नोट में सूर्यभान ने लिखा है कि लड़की के परिजन उन्हें लगातार धमका रहे थे, मारने की धमकी दे रहे थे और विभिन्न तरीकों से मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। उन्होंने जेल जाने की आशंका और उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या का कदम उठाने का जिक्र किया है। पुलिस ने नोट को जब्त कर लिया है और इसकी फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है। एसपी भदोही ने बताया, “युवक थाने से बिना जानकारी दिए कैसे निकल गया, इसकी जांच एडिशनल एसपी को सौंपी गई है। अगर पुलिस की कोई लापरवाही पाई जाती है, तो सख्त कार्रवाई होगी।” इसके अलावा, सुसाइड नोट के आधार पर लड़की के परिजनों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करने की तैयारी चल रही है।
परिवार का गुस्सा और हत्या का शक
सूर्यभान के परिजन इस घटना से स्तब्ध हैं। उनके पिता संजय यादव ने पुलिस पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा, “मेरा बेटा थाने में था, फिर भी दो दिन तक उसकी तलाश नहीं की गई। यह सुसाइड नहीं, हत्या लगती है। लड़की के परिवार ने उसे फंसाया और अब यह साजिश रच दी।” परिजनों का आरोप है कि सूर्यभान निर्दोष थे और झूठे आरोपों में फंसाए गए थे। घटनास्थल पर मृतक के परिजन बिलख-बिलख कर रोते नजर आए, जिससे इलाके में कोहराम मच गया।
इंस्पेक्टर पर गिरी गाज
पुलिस की ओर से थाने से सूर्यभान के चुपचाप निकल जाने के दावे पर सवाल उठे हैं। इस लापरवाही के चलते ज्ञानपुर कोतवाली के इंस्पेक्टर अजीत श्रीवास्तव को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया है। एसपी ने कहा कि पूरी घटना की निष्पक्ष जांच होगी, और अगर कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।





