फतेहाबाद/आगरा: हिंदू गाय को माता कहते हैं जिस प्रकार से एक माता अपने बच्चों का लालन पालन करती हैं, ठीक उसी प्रकार से, गाय भी मनुष्य का लालन पालन करती हैl गाय के दूध से दही, पनीर घी, छाछ ,मिठाई अनेक प्रकार की चीज बनाई जाती हैंl बीमार और बच्चों के लिए गाय का दूध बहुत ही पौष्टिक और फायदेमंद होता हैl देशी गाय के दूध में स्वर्ण तत्व पाया जाता हैl

गाय के गोबर से खाद, उपले, और ईंधन बनाने में और कीटाणुओं को मारने के काम में आता हैl गाय के पांच तत्व गोमूत्र, घी, गोमय, छाछ और दूध से सभी बीमारियों का इलाज छुपा हुआ हैl गाय के घी में ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जिससे कैंसर से लड़ने की क्षमता मिलती हैl गाय के दूध में कई रोगों से लड़ने की क्षमता होती हैl गाय के खुर और चमड़े का उपयोग भी विभिन्न दैनिक वस्तुओं के निर्माण में होता हैl गाय के पालन से एक व्यक्ति अपना कोई भी व्यवसाय भी कर सकता है, इससे वह आय की प्राप्ति कर सकता हैl

कृष्ण भगवान गाय को पालते थे, इसलिए एक नाम उनका गोपाल पड़ाl गाय में सभी 33 कोटि देवी -देवता होते हैंl जिस घर में गाय की सेवा होती है, उस घर से जुड़े सारे दोष समाप्त हो जाते हैंl गाय का धार्मिक महत्व के साथ-साथ ज्योतिषी महत्व भी है गाय की सेवा करने से अनेक वरदान पा सकते हैंl गाय से सभी मनोकामना को पूरा करने वाला बताया हैl

गाय माता की सेवा के उद्देश्य से फतेहाबाद महिला मंडल की बहने श्री अन्नपूर्णेश्वरी सिकरारा बरीपुरा गौशाला और वृद्धा आश्रम सेवा समिति गएl वहां पर उन्होंने गाय को केला, गुड, पालक, खिलायाl दलिया, पीना और वहां पर रहने वाले संत जनों के लिए आटा, रिफाइंड, और चावल आदि दियाl इस अवसर पर रेनू गुप्ता, भारती गुप्ता, मीना गुप्ता, राखी गुप्ता, अर्चना गुप्ता, अंजली गुप्ता, रिंकी गोलस, पूनम गुप्ता, रजनी गुप्ता, पूनम दोनेरिया आदि बहने उपस्थित रहीl

  • रिपोर्ट – सुशील गुप्ता
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