आगरा। आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर-7 में शुक्रवार को एक मकान में संदिग्ध धर्मांतरण गतिविधि चलने की सूचना मिलने पर स्थानीय माहौल अचानक गर्म हो गया। जानकारी के अनुसार, इलाके में मौजूद कुछ लोगों ने दावा किया कि संबंधित मकान में जाटव और वाल्मीकि समाज के गरीब परिवारों को विभिन्न सहायता और सुविधाओं के नाम पर धर्मांतरित कराया जा रहा था।
सेक्टर सात के जिस मकान में धर्मांतरण का खेल चल रहा था, उसका नंबर 812 है। बताया गया है कि पिछले चार महीने से इस मकान में धर्मांतरण की गतिविधियां चल रही थीं। धर्मांतरण गिरोह को लीड कर रहा डेविड विभिन्न लोगों के जरिए जाटव व वाल्मीकि समाज के गरीब परिवारों के लोगों को इस मकान में बुलाता था और यहां उनकी मुसीबतें दूर करने के नाम पर उन्हें ईसाई धर्म की किताबें पढ़वाई जातीं। चंगाई प्रार्थना सभा कराई जाती।
ईसाई मिशनरी की इस धर्मांतरण गतिविधि के बारे में विहिप और बजरंग दल के लोगों को भनक लग गई। दोनों संगठनों के हिंदूवादी कार्यकर्ताओं की एक टीम आज सुबह दस बजे इस मकान पर पहुंच गई। इस टीम में शामिल एक युवती मकान में प्रवेश कर नीचे से ही वीडियो बनाते हुए ऊपरी मंजिल तक गई। पहली मंजिल पर युवती को वीडियो बनाते देख वहां खलबली मच गई। धर्मांतरण केंद्र के संचालक डेविड ने पहले से युवती को धमकाया और फिर समझौता करने के लिए लालच दिया, लेकिन युवती के पीछे-पीछे ही बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी के कार्यकर्ता भी मकान की ऊपरी मंजिल में पहुंच गये और धर्मांतरण की गतिविधयां करा रहे डेविड और उसके सहयोगियों को पकड़ लिया।
इस दौरान मकान के आसपास भारी भीड़ जमा हो गई थी और भारी हंगामा खड़ा हो गया। सूचना मिली तो जगदीशपुरा थाने से पुलिस मौके पर जा पहुंची। बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी से जुड़े कार्यकर्ताओं की बात सुनने के बाद जगदीशपुरा पुलिस ने केंद्र संचालक डेविड और उसके सहयोगियों को हिरासत में ले लिया और थाने ले आई। साथ-साथ हिंदूवादी कार्यकर्ता भी थाने पहुंच गये।
समाचार लिखे जाने के समय तक थाने पर आरोपियों के खिलाफ तहरीर लिखी जा रही थी। पुलिस ने मौके पर मौजूद लोगों को भरोसा दिया कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पूछे जाने पर वहां मिले लोगों ने बताया कि उन्हें नौकरी और काम आदि तथा बीमारियां दूर करने का लालच देकर बुलाया जाता था।
विहिप की ओर से बताया गया है कि आगरा पश्चिम महानगर विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल ने सेक्टर-3 में रविवार सुबह कथित रूप से हिंदुओं को धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में सात लोगों को पकड़ा। आगरा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर इनमें से दो पुरुष और दो महिलाओं को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार लोगों के पास से बाइबिल, ईसाई धर्म से संबंधित पुस्तकें, फोटो फ्रेम और मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
इस कार्रवाई के दौरान ब्रज प्रांत उपाध्यक्ष सुनील पाराशर, महानगर मंत्री प्रदीप शर्मा, महानगर उपाध्यक्ष करण गर्ग, महानगर उपाध्यक्ष कमल अग्रवाल, महानगर दुर्गा वाहिनी संयोजिका हिमानी, महानगर सह मंत्री शिवम, महानगर संयोजक अनुज, महानगर मीडिया प्रभारी आकाश सहित बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी राज कुमार लालवानी नामक एक व्यक्ति को इसी तरह गरीब लोगों को इलाज और सहायता के नाम पर धर्म परिवर्तन के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उस मामले में पुलिस ने लालवानी और उसके सहयोगियों को जेल भेजा था।
सेक्टर-7 के ताज़ा मामले में पुलिस ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है और हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ जारी है। पुलिस ने यह भी कहा कि घटना से जुड़े तथ्यों की जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।





