बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद के ग्राम मनौना स्थित बाबा खाटू श्याम मंदिर अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आस्था का प्रमुख केंद्र बन चुका है। पांच वर्षों के संकल्प, समर्पण और साधना के बाद बाबा खाटू श्याम के शीश की प्राण प्रतिष्ठा का कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। धाम के महंत ओमेंद्र सिंह चौहान के अथक प्रयासों ने यह असंभव-सा लगने वाला कार्य साकार कर दिखाया।
आठ वर्ष पुरानी भक्ति यात्रा
महंत ओमेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि लगभग आठ वर्ष पूर्व उन्होंने अपनी पैतृक भूमि पर बाबा श्याम की पूजा-अर्चना शुरू की थी। वर्ष 2020 में अपने जन्मदिन 7 अक्टूबर को बाबा की प्रेरणा से मंदिर निर्माण का संकल्प लिया और आधारशिला रखी। शुरुआती दौर में आर्थिक व व्यवस्थागत चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन बाबा पर अटूट विश्वास ने सभी बाधाओं को पार कर दिया।
पांच वर्ष बाद साकार हुआ संकल्प
आधारशिला रखने के ठीक पांच वर्ष बाद, 7 अक्टूबर 2025 को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम संपन्न हुआ। काशी से पधारे आचार्य विमलेश दुबे के नेतृत्व में सप्तऋषि अशोक कुमार पांडेय, जयप्रकाश पांडेय, भारत पांडेय, राजेश मिश्रा, कमलेश दुबे और संदीप दुबे ने 3 से 7 अक्टूबर तक वैदिक विधि-विधान से पूजा-अनुष्ठान संपन्न करवाए।
देश-विदेश से उमड़े श्रद्धालु
बदले बावजूद देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु प्राण प्रतिष्ठा में शामिल हुए। महंत ओमेंद्र सिंह चौहान को जन्मदिन की बधाई देने और आशीर्वाद लेने वालों का तांता लगा रहा। श्रद्धालुओं का मानना है कि बाबा श्याम के दरबार से हर मनोकामना पूर्ण होती है और कोई खाली हाथ नहीं लौटता।
विश्व आस्था का नया केंद्र
मंदिर प्रबंधक श्यामेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि मनौना धाम अब वैश्विक पहचान बना चुका है। बरेली से 40 किमी, बदायूं से 28 किमी, मुरादाबाद से 90 किमी, दिल्ली से 250 किमी और लखनऊ से 300 किमी दूर स्थित यह धाम श्रद्धालुओं की प्राथमिक पसंद बन गया है। परिवहन विभाग ने सिटी बस सेवा शुरू की है।
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने मंदिर परिसर में स्थायी पुलिस चौकी स्थापित की है। साथ ही, ठहरने और भोजन की उचित व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की गई हैं।