एटा: उत्तर प्रदेश के एटा जिले में आगरा रोड स्थित रोडवेज वर्कशॉप कार्यालय में एक शर्मनाक घटना ने कर्मचारियों के बीच तनाव को उजागर कर दिया है। यहां कुछ कर्मचारियों ने एआरएम कार्यालय में तैनात लिपिक महावीर सिंह को कमरे में बंद कर बुरी तरह पीट दिया। घटना बुधवार को हुई, जब महावीर सिंह दस्तावेज तैयार कर रहे थे। सूचना मिलने पर पहुंचे सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (एआरएम) ने घायल लिपिक को मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में भर्ती कराया। कोतवाली नगर थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है, और पुलिस जांच कर रही है।
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक नरेश कुमार गुप्ता ने बताया कि वर्कशॉप से दो कर्मचारियों का स्थानांतरण हो गया था। इसी सिलसिले में महावीर सिंह, जो गांव अतिया (थाना सिकंदराराऊ, जिला हाथरस) के निवासी हैं, को कुछ दस्तावेज तैयार करने के लिए वर्कशॉप कार्यालय भेजा गया था। महावीर वहां रजिस्टर तैयार कर रहे थे, तभी परिचालक विकास मिश्रा, संविदा परिचालक जितेंद्रपाल सिंह और एक अज्ञात व्यक्ति वहां पहुंचे।
आरोप है कि आरोपी पहले तो गाली-गलौज करने लगे। जब महावीर ने विरोध किया, तो उन्होंने कमरे को अंदर से बंद कर लिया। इसके बाद जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उन्हें कुर्सी से नीचे गिरा दिया और लात-घूसों से पीटना शुरू कर दिया। चीख-पुकार सुनकर अन्य कर्मचारी दौड़े आए, जिसे देखकर आरोपी धमकी देते हुए फरार हो गए।
एआरएम और पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही एआरएम नरेश कुमार गुप्ता मौके पर पहुंचे। महावीर सिंह की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें तुरंत मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। सीओ सिटी अमित कुमार राय ने पुष्टि की कि कोतवाली नगर में रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है। उन्होंने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
संभावित कारण और प्रभाव
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, स्थानांतरण के फैसले से नाराजगी के चलते यह हमला हुआ प्रतीत होता है। रोडवेज विभाग में कर्मचारियों के बीच बढ़ते विवाद इस घटना को और गंभीर बनाते हैं। यह मामला जातिगत हिंसा का भी रूप ले सकता है, जिसकी जांच में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। विभाग ने आश्वासन दिया है कि पीड़ित को उचित न्याय मिलेगा और कार्यालय में सुरक्षा उपायों को मजबूत किया जाएगा।
- रिपोर्ट – सुनील गुप्ता