नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर बड़ी खबर सामने आ चुकी है। निर्वाचन आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव 2 चरणों में होंगे। 6 नवंबर को पहले चरण का और 11 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान होगा। 14 नवंबर को वोटों की गिनती होगी। चुनाव प्रक्रिया 40 दिन चलेगी।
चुनाव आयोग ने 7 राज्यों में 8 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीख का भी घोषणा की है। इन चुनावों के मतदान 11 नवंबर, 2025 को डाले जाएंगे। जिन सीटों पर उपचुनाव होंगे, उनमें राजस्थान की अंटा, जम्मू-कश्मीर की बडगाम और नागरोटा, पंजाब की तरनतारन, झारखंड की घाटशिला, तेलंगाना की जुबली हिल्स, मिजोरम की डांपा और ओडिशा की नुआपाड़ा सीट शामिल हैं। इन सीटों पर भी चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को ही आएंगे।
चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि बिहार में पहले चरण के चुनाव का गैजेट नोटिफिकेशन 10 अक्टूबर को जारी होगा और दूसरे चरण का 13 अक्टूबर को। पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख 17 अक्टूबर होगी और दूसरे की 20 अक्टूबर। स्क्रूटनी की तारीख 18 और 21 अक्टूबर होगी। नामांकन वापस लेने की तारीख 20 और 23 अक्टूबर तय की गई है। उनके अनुसार, राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या 7.42 करोड़ है, जिनमें पुरुष मतदाता 3.92 करोड़ और महिला मतदाता 3.50 करोड़ हैं। कुमार ने बताया कि 14 लाख मतदाता बिहार विधानसभा चुनाव में पहली बार मतदान कर सकेंगे।
बिहार की वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है। राजनीतिक दलों ने निर्वाचन आयोग से अक्टूबर के अंत में छठ पर्व के तुरंत बाद चुनाव कराने का आग्रह किया था, ताकि अधिक से अधिक मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित की जा सके, क्योंकि बड़ी संख्या में राज्य के बाहर काम करने वाले लोग उस दौरान त्योहारों के लिए घर लौटते हैं। राज्य में वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव कोविड-19 महामारी की पृष्ठभूमि में तीन चरणों में हुए थे।
कुमार ने विशेष गहन पुनरीक्षण की प्रक्रिया का उल्लेख करते हुए कहा कि यदि किसी का नाम छूट गया है, तो नामांकन की तिथि से 10 दिन पहले तक अपना नाम जुड़वा सकते हैं। कुमार ने कहा, इस बार बिहार विधानसभा चुनाव न केवल मतदाताओं के लिए बहुत ही सुगम और सरल होंगे, न केवल कानून व्यवस्था पर पूर्ण निगरानी रखी जाएगी, बल्कि पूर्ण पारदर्शी तरीके से होने वाले ये चुनाव सबसे अच्छे चुनाव परिलक्षित हों, ऐसी आयोग की मंशा है।
उन्होंने कहा कि आयोग सभी राजनीतिक दलों और सभी लोगों से सहयोग की उम्मीद करता है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग ने सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाए। कुमार ने कहा कि फर्जी खबरों और दुष्प्रचार पर आयोग की तरफ से कड़ी निगरानी रखी जाएगी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा, ‘‘17 नई पहल की जा रही हैं, जो बिहार से शुरू होकर पूरे देश में लागू होंगी। इसे एक ऐतिहासिक कदम माना जाएगा।