दरभंगा/बिहार: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले दरभंगा जिले की अलीनगर सीट पर BJP का टिकट वितरण विवादों में घिर गया है। लोकप्रिय मैथिली लोक गायिका मैथिली ठाकुर को टिकट मिलने के बाद स्थानीय संगठन में भारी असंतोष फैल गया। BJP के सातों मंडल अध्यक्षों ने मैथिली के खिलाफ खुला विरोध जताते हुए स्थानीय नेता संजय सिंह उर्फ पप्पू सिंह का समर्थन किया है। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि बाहरी उम्मीदवार को तरजीह देकर संगठन के आधार स्तंभों की अनदेखी की गई है।
मैथिली ठाकुर का BJP में प्रवेश और टिकट घोषणा
मंगलवार (14 अक्टूबर) को पटना में BJP प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की मौजूदगी में मैथिली ठाकुर ने पार्टी की सदस्यता ली। इसके ठीक अगले दिन (15 अक्टूबर) BJP ने अपनी दूसरी उम्मीदवार सूची जारी की, जिसमें अलीनगर से मैथिली का नाम शामिल था। 25 वर्षीय मैथिली मधुबनी जिले की निवासी हैं और ‘राइजिंग स्टार’ जैसे रियलिटी शो से प्रसिद्धि पाईं। वे मैथिली, भोजपुरी और शास्त्रीय संगीत की धुनों के लिए जानी जाती हैं। पार्टी ने उन्हें युवाओं को जोड़ने और मिथिलांचल क्षेत्र में साख मजबूत करने की रणनीति के तहत चुना।
मैथिली ने कहा, “मैं बिहार के विकास और मैथिली परंपराओं को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हूं।” लेकिन स्थानीय स्तर पर यह फैसला भारी पड़ गया। अलीनगर सीट 2020 में NDA के सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के मिश्रीलाल यादव ने जीती थी, जो बाद में BJP में शामिल हुए लेकिन विधानसभा सदस्यता खो दी। अब यह सीट RJD का गढ़ मानी जाती है, जहां BJP की राह चुनौतीपूर्ण है।
स्थानीय नेताओं का विरोध: ‘बूथ से लेकर मंडल तक बगावत’
मैथिली के टिकट पर BJP का स्थानीय संगठन खुलकर मैदान में उतर आया। सातों मंडलों के अध्यक्षों ने अपनी राय दर्ज कराई और संजय सिंह (पप्पू भइया) को उम्मीदवार बनाने की मांग की। विरोधियों का कहना है कि पंचायत स्तर से बूथ मजबूत करने वाले कार्यकर्ताओं को दरकिनार करना संगठन के लिए घातक साबित होगा।
मंडल का नाम | अध्यक्ष का नाम |
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तारडीह पूर्वी | पुरुषोत्तम झा |
तारडीह पश्चिमी | पंकज कंठ |
घनश्यामपुर पूर्वी | सुधीर सिंह |
घनश्यामपुर पश्चिमी | चंदन कुमार ठाकुर |
नगर मंडल | रणजीत कुमार मिश्रा |
अलीनगर पश्चिमी | गंगा प्रसाद यादव |
अलीनगर पूर्वी | लाल मुखिया |
ये अध्यक्षों ने चेतावनी दी कि “एक-एक बूथ अभियान, एक-एक पंचायत अभियान” के तहत सभी पदाधिकारी इस्तीफा दे देंगे। एक नेता ने कहा, “हम चुनौती देते हैं कि अलीनगर में कोई बाहरी उम्मीदवार NDA को जिता दे, तो हम यहां मुंह दिखाने नहीं आएंगे।” कार्यकर्ताओं ने इकट्ठे होकर संजय सिंह के समर्थन में नारे लगाए और कहा, “अलीनगर में कोई और नहीं चलेगा, पप्पू सिंह ही उम्मीदवार बने।”
राजनीतिक पृष्ठभूमि और संभावित असर
अलीनगर सीट पर BJP की यह चॉइस रणनीतिक लग रही है, लेकिन स्थानीय असंतोष से पार्टी की एकजुटता पर सवाल उठ रहे हैं। पूर्व विधायक मिश्रीलाल यादव पर भी कार्यकर्ताओं ने काम न करने का आरोप लगाया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बगावत NDA के लिए सिरदर्द बन सकती है, खासकर जब महागठबंधन सीट बंटवारे पर अटका हो। BJP ने अभी तक विरोध पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन आंतरिक चर्चा तेज है।