आगरा। आगरा मेट्रो रेल प्रोजेक्ट एक और महत्वपूर्ण पड़ाव पार कर गया है। डिपो एक्सटेंशन कार्य के तहत सिग्नलिंग सिस्टम की स्थापना का पहला चरण सफलतापूर्वक शुरू हो गया, जिसमें आगरा मेट्रो डिपो (PAC डिपो) में पहली पॉइंट मशीन इंस्टॉल की गई। यह विकास आगामी महीनों में सिस्टम इंटीग्रेशन और ट्रायल रन की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।
पहली पॉइंट मशीन के इंस्टॉलेशन के दौरान यूपीएमआरसी के निदेशक (रोलिंग स्टॉक एवं सिस्टम्स) नवीन कुमार तथा चीफ इंजीनियर (सिग्नलिंग एवं टेलीकॉम) मसूद आलम सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। तकनीकी टीम ने प्रक्रिया का निरीक्षण किया और सिग्नलिंग कॉन्फ़िगरेशन से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं की समीक्षा की।
यूपीएमआरसी के अनुसार डिपो एक्सटेंशन वाले हिस्से में कुल 10 पॉइंट मशीनें लगाई जाएंगी। पॉइंट मशीनें मेट्रो सिग्नलिंग सिस्टम का मुख्य घटक हैं, जो ट्रेनों की लाइन बदलने, रूट सेटिंग और सुरक्षित संचालन सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाती हैं।
डिपो विस्तार के साथ मेट्रो रखरखाव और स्टेबलिंग क्षमता में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी। नए एक्सटेंशन में 6 स्टेबलिंग लाइनें और 3 शंटिंग लाइनें बनाई जा रही हैं। इससे आगरा मेट्रो के कॉरिडोर-1 ताज ईस्ट गेट – सिकंदरा पर चल रही ट्रेनों के साथ-साथ कॉरिडोर-2 की ट्रेनों को भी डिपो में सुचारु रूप से स्टेबल किया जा सकेगा।
पॉइंट मशीन इंस्टॉलेशन की शुरुआत यह संकेत देती है कि पहला कॉरिडोर मेडिकल कॉलेज से सिकंदरा सेक्शन अब तेजी से अंतिम चरणों की ओर बढ़ रहा है। सिग्नलिंग, ओवरहेड इलेक्ट्रिफिकेशन और सिस्टम इंटीग्रेशन कार्यों में गति लगातार बढ़ती जा रही है।
यूपीएमआरसी ने दोहराया कि वह आगरा शहर को विश्वस्तरीय, सुरक्षित और समयबद्ध मेट्रो सेवा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। आने वाले महीनों में डिपो एक्सटेंशन और सिग्नलिंग से जुड़े कई और महत्वपूर्ण चरण पूरे होने की उम्मीद है।

