त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से पहले अंतिम सूची ने बढ़ाई चिंता
डोर-टू-डोर सत्यापन न होने से युवा मतदाता हुए बाहर
फतेपुर सीकरी/आगरा: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से ठीक पहले फतेहपुर सीकरी ब्लॉक की ग्राम पंचायतों में प्रकाशित मतदाता सूची ने तूफान खड़ा कर दिया है। 27 दिसंबर को बूथ स्तर पर अंतिम मतदाता सूची और विलोपित नामों की लिस्ट जारी होते ही ग्रामीण बीएलओ के पास पहुंचे और देखकर स्तब्ध रह गए। आरोप है कि विलोपित सूची में करीब 80% नाम बिना वजह या गलत तरीके से काट दिए गए हैं।
सितंबर 2025 में शुरू हुए संशोधन कार्य में बीएलओ को डोर-टू-डोर सत्यापन करना था, लेकिन ग्रामीणों का दावा है कि ज्यादातर बीएलओ स्कूलों में बैठकर ही सूची बना दी। खासकर वार्ड 1 से 6 की जिम्मेदारी मदन मोहन अनुदेशक (पूर्व माध्यमिक विद्यालय सीकरी) को दी गई थी, जो अवैतनिक थे और उन्होंने किरावली तहसील पर काम करने से इनकार भी किया था। फिर भी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई।
नतीजा: इन वार्डों में करीब 350 मतदाताओं के नाम बिना कारण काट दिए गए। पुराने वोटर तो प्रभावित हुए ही, नए युवा मतदाताओं को जोड़ने का काम भी अधूरा रह गया। डोर-टू-डोर पुनरीक्षण न होने से सैकड़ों युवा सूची से बाहर हो गए।
सूचना फैलते ही ग्रामीणों में गुस्सा भड़क उठा। पूर्व प्रधान स्वर्गीय विमला देवी के पुत्र महावीर सिंह वर्मा के घर पर बड़ी संख्या में प्रभावित मतदाता जुटे। उन्होंने आधार कार्ड सहित दस्तावेज जमा किए, जो उप जिलाधिकारी किरावली को सौंपे जाएंगे। साथ ही मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई गई है।
महावीर सिंह वर्मा ने उप जिलाधिकारी और निर्वाचन आयोग से मांग की है कि विशेष पुनरीक्षण अभियान चलाकर वंचित मतदाताओं के नाम शामिल किए जाएं। ग्रामीणों का कहना है कि ब्लॉक स्तर पर प्रधान-पूर्व प्रधान खुद घर-घर जाकर सूची पढ़कर सुनाएं, तभी न्याय होगा।

