अयोध्या: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पावन नगरी अयोध्या इस बार दीपोत्सव के भव्य आयोजन के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाने को तैयार है। पूरी अयोध्या दीपों की जगमगाहट से सराबोर है, जो एक अलौकिक और राममय दृश्य प्रस्तुत कर रही है। इस बार का दीपोत्सव न केवल आध्यात्मिक उत्साह से भरा होगा, बल्कि सांस्कृतिक और विकासात्मक उपलब्धियों का भी भव्य प्रदर्शन करेगा।
शोभायात्रा की भव्य शुरुआत
साकेत महाविद्यालय में दीपोत्सव की शोभायात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं। यह शोभायात्रा साकेत महाविद्यालय से शुरू होकर रामकथा पार्क तक जाएगी, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका स्वागत करेंगे। इस बार शोभायात्रा में 21 भव्य झांकियां शामिल होंगी, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगी। इनमें से:
- 7 झांकियां पर्यटन विभाग द्वारा तैयार की गई हैं, जो रामायण के बालकांड से लंकाकांड तक के प्रमुख प्रसंगों को जीवंत करेंगी।
- 14 झांकियां देश, उत्तर प्रदेश और अयोध्या के विकास कार्यों की झलक प्रस्तुत करेंगी, जो सरकार की प्रगति और उपलब्धियों को दर्शाएंगी।
शोभायात्रा के मार्ग में विभिन्न राज्यों के कलाकार अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोहेंगे। पुष्पवर्षा और राममय वातावरण इस आयोजन को और भी भव्य बनाएंगे।
2000 से अधिक कलाकारों का प्रदर्शन
इस दीपोत्सव में 2000 से अधिक कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। इनमें 500 कलाकार उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों से होंगे, जबकि 300 स्थानीय कलाकार अयोध्या की सांस्कृतिक धरोहर को प्रस्तुत करेंगे। अवधी, भोजपुरी, ब्रज और फगुआ जैसे पारंपरिक लोकगीतों और नृत्यों की प्रस्तुतियां अयोध्या को सनातन संस्कृति का केंद्र बनाएंगी।
11 मंचों पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
अयोध्या में इस बार 11 मंच स्थापित किए जा रहे हैं, जिनमें:
- 1 वृहद मंच: रामकथा पार्क में, जहां भव्य नाट्य मंचन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी।
- 3 मध्यम मंच: तुलसी उद्यान, बड़ी देवकाली और गुप्तार घाट पर, जहां श्रीराम के जीवन प्रसंगों पर आधारित नाटकों का मंचन होगा।
- 7 छोटे मंच: स्थानीय और आसपास के जिलों के कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर देंगे। इन मंचों पर अवधी और भोजपुरी भजन, लोक संगीत, नृत्य और नाट्य प्रदर्शन होंगे।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
आयोजन की सफलता और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन और पुलिस पूरी तरह मुस्तैद हैं। जल, आकाश और थल—तीनों स्तरों पर निगरानी की जाएगी। सरयू नदी के घाटों पर जल पुलिस तैनात होगी, जबकि पूरे क्षेत्र में सादे कपड़ों में सुरक्षाकर्मी किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए सक्रिय रहेंगे।
राम भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था
अयोध्या में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं। रामकथा पार्क और अन्य स्थानों पर सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है, ताकि किसी भी पर्यटक या भक्त को असुविधा न हो। यह आयोजन न केवल धार्मिक उत्सव है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक एकता और अयोध्या की वैश्विक पहचान को भी मजबूत करेगा।
विश्व को सनातन संस्कृति का संदेश
अयोध्या का यह दीपोत्सव सनातन संस्कृति की झलक को विश्व पटल पर प्रस्तुत करेगा। दीपों की रोशनी, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और भव्य शोभायात्रा के साथ अयोध्या एक बार फिर विश्व को अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समृद्धि का संदेश देगी।
- रिपोर्ट – देव बक्श वर्मा