झाँसी: इलाहाबाद बैंक तिराहा स्थित मैरिज गार्डन में मंगलवार रात को आयोजित डांडिया नाइट कार्यक्रम के दौरान हंगामा मच गया। बिना किसी अनुमति के कार्यक्रम चलाने के साथ ही मंच से पुलिस प्रशासन के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणियां करने के आरोप में सदर बाजार पुलिस ने आयोजक आसरा एनजीओ के संचालक बंटी शर्मा और उनकी पत्नी पूजा शर्मा के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने बंटी शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि पूजा शर्मा फरार बताई जा रही है।
पंचकुइयां निवासी संदीप ने अपनी शिकायत में बताया कि आयोजकों ने डांडिया नाइट में शामिल होने के लिए 11-11 हजार रुपये के महंगे टिकट बेचे थे। अन्य धर्मों के युवकों से मोटी रकम वसूलकर उन्हें पीछे के रास्ते से अंदर भेजा गया, जो भेदभावपूर्ण प्रतीत होता है। जब इसकी सूचना पर सदर बाजार पुलिस कार्यक्रम स्थल पर पहुंची, तो आयोजक मंच से उतर आए और पुलिस तथा प्रशासन के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने लगे। संदीप ने पुलिस को आयोजकों का एक वीडियो भी सौंपा है, जिसमें बंटी शर्मा पुलिस के बारे में गाली-गलौज करते हुए साफ सुनाई दे रहे हैं।
इस शिकायत पर सदर बाजार थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान अन्य गवाहों के बयान भी लिए जा रहे हैं।
वायरल वीडियो और सीओ का हस्तक्षेप
रात के इस हंगामे का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में आयोजक पुलिसकर्मियों के खिलाफ खुलेआम अभद्र टिप्पणियां करते नजर आ रहे हैं, जिससे मौके पर मौजूद लोग भड़क उठे। हंगामे की सूचना मिलते ही सीओ सिटी लक्ष्मीकांत गौतम भी घटनास्थल पर पहुंचे। वहां दंपति के साथ उनकी नोकझोंक हो गई। मंच से पुलिस के लिए इस्तेमाल की गई अभद्र भाषा सुनकर सीओ भी गुस्से से लाल हो गए। उन्होंने आयोजकों के विरोध के बावजूद बंटी शर्मा को तुरंत थाने ले जाने के निर्देश दिए।
पुलिस का कड़ा रुख
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बिना अनुमति के बड़े आयोजन करना और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ उकसावे वाली टिप्पणियां करना अत्यंत गंभीर अपराध है। आयोजकों पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और सार्वजनिक शांति भंग करने के भी आरोप लगे हैं। बंटी शर्मा को रात भर पूछताछ के बाद आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। पूजा शर्मा की तलाश में पुलिस टीमें लगी हुई हैं।
यह घटना नवरात्रि के दौरान हो रही धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजनों में अनुमति और सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करती है। जिला प्रशासन ने सभी आयोजकों को चेतावनी जारी की है कि बिना अनुमति कोई भी कार्यक्रम आयोजित न किया जाए।
- रिपोर्ट – नेहा श्रीवास