आगरा: दुनिया के सात अजूबों में शुमार ताजमहल एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार प्रेम की कहानी से नहीं, बल्कि एक वायरल वीडियो से। सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहे इस वीडियो में बाल विदुषी लक्ष्मी ताजमहल के मुख्य परिसर में ‘शिव तांडव स्तोत्र’ का पाठ कर रही हैं। वीडियो में लक्ष्मी स्पष्ट कहती नजर आ रही हैं, “यह ताजमहल नहीं, तेजोमहालय है।” यह दावा आगामी फिल्म ‘द ताज स्टोरी’ के प्रचार से जुड़ा होने के कारण धार्मिक और ऐतिहासिक विवाद को नई ऊंचाई दे रहा है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
वीडियो कैसे वायरल हुआ?
- घटना का विवरण: लक्ष्मी, जो एक कथावाचिका के रूप में जानी जाती हैं, ने वीडियो को मेटा (फेसबुक) पर शेयर किया। इसमें वे ताजमहल के अंदर खड़ी होकर शिव स्तोत्र का गुणगान करती दिखाई दे रही हैं। वीडियो के कैप्शन में उन्होंने लिखा कि यह ‘द ताज स्टोरी’ फिल्म के समर्थन में बनाया गया है, जो ताजमहल की “सच्ची इतिहास” को उजागर करती है। लक्ष्मी ने कहा, “ऐसा मकबरा जिसमें कमल के पुष्प हैं, जिसके पास नदी पाई गई… नमः शिवाय। भोलेनाथ की कृपा से मुझे जीवन में पहली बार तेजोमहालय के दर्शन का अवसर मिला।”
- फिल्म कनेक्शन: फिल्म 31 अक्टूबर 2025 को रिलीज हुई, जिसमें परेश रावल मुख्य भूमिका में हैं। यह फिल्म ताजमहल को शिव मंदिर ‘तेजोमहालय’ बताने वाली सिद्धांत पर आधारित है, जो लेखक पी.एन. ओक की 1989 की किताब ‘ताजमहल: द ट्रू स्टोरी’ से प्रेरित है। पोस्टर में ताज के गुंबद से शिव प्रतिमा निकलती दिखाई गई, जिससे रिलीज से पहले ही विवाद छिड़ गया।
ASI की प्रतिक्रिया: नियमों का उल्लंघन, कार्रवाई की चेतावनी
ASI अधिकारियों ने वीडियो देखते ही हड़कंप मचा दिया। ताजमहल जैसे संरक्षित स्मारक पर धार्मिक अनुष्ठान या पूजा-पाठ पूरी तरह प्रतिबंधित है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,
“यह सुरक्षा और सांस्कृतिक विरासत का गंभीर उल्लंघन है। जांच में अगर अनुमति के बिना वीडियो शूटिंग पाई गई, तो जिम्मेदारों पर FIR दर्ज होगी।”
ASI ने 2018 में सुप्रीम कोर्ट को शपथ-पत्र देकर स्पष्ट किया था कि ताजमहल मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया गया मकबरा है, न कि कोई शिव मंदिर।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल: CCTV फेल कैसे?
- पर्यटकों और स्थानीयों में गुस्सा है कि सख्त सिक्योरिटी (सीआईएसएफ गार्ड, सीसीटीवी, एंट्री चेक) के बावजूद ऐसा वीडियो कैसे रिकॉर्ड हो गया?
- पूर्व में भी इसी तरह के विवाद हुए: अप्रैल 2025 में कर्णी सेना के एक सदस्य ने गंगाजल छिड़क ‘हर हर महादेव’ का नारा लगाया, जिसके बाद गिरफ्तारी हुई। फरवरी 2025 में महाशिवरात्रि पर हिंदू महासभा की एक महिला ने शिवलिंग पर जलाभिषेक किया।
- विशेषज्ञों का कहना: “ये घटनाएं ‘तेजोमहालय’ थ्योरी को हवा दे रही हैं, जो ऐतिहासिक दस्तावेजों से खारिज है।”
‘द ताज स्टोरी’ फिल्म: विवाद की जड़
फिल्म को रिलीज के बाद नकारात्मक रिव्यू मिले। आलोचकों ने इसे “प्रोपगैंडा” और “ऐतिहासिक विकृति” कहा।
- कास्ट: परेश रावल, जाकिर हुसैन, अमृता खानविलकर, नमित दास।
- डायरेक्टर: तुषार अमरीश गोयल।
- रिव्यू हाइलाइट्स: NDTV ने 2/5 रेटिंग दी, कहा “यह एक बिखरा हुआ डाइस थ्रो है।” द वीक ने लिखा, “यह प्रोपगैंडा फिल्म के रूप में फ्लैट फेल है।” ट्विटर पर यूजर्स ने “स्लीप-इंड्यूसिंग डिजास्टर” कहा।
- मेकर्स का बचाव: परेश रावल ने पोस्टर डिलीट कर डिस्क्लेमर जारी किया, “फिल्म धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाती, सिर्फ ऐतिहासिक सवाल उठाती है।”






