हरदोई: उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के छोटे से कस्बे पिहानी से निकली बेटी अर्पिता कपूर ने न केवल अपने परिवार और जिले का सिर ऊंचा किया है, बल्कि पूरे भारत को गौरवान्वित करने वाली उपलब्धि हासिल की है। वैश्विक फिनटेक स्टार्टअप ‘मायसा’ (MySA) की को-फाउंडर और सीईओ अर्पिता ने गूगल फॉर स्टार्टअप्स एआई फर्स्ट एक्सेलेरेटर 2025 के डेमो डे में अपनी क्रांतिकारी एआई-आधारित तकनीकों का शानदार प्रदर्शन किया। दुनिया भर से चुने गए टॉप 20 एआई इनोवेशन स्टार्टअप्स में मायसा को जगह मिलना हरदोई और भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है।

इस सफलता पर अर्पिता के माता-पिता स्मिता कपूर और अतुल कपूर के फोन पर बधाई संदेशों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। स्थानीय निवासी और जिला प्रशासन भी उनकी इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं। हरदोई के जिलाधिकारी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, “अर्पिता जैसी बेटियां हरदोई की असली शान हैं। उनका सफर युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा।”

डेमो डे: फिनटेक का नया दौर पेश किया अर्पिता ने

गूगल के डेमो डे इवेंट (3 दिसंबर 2025) में अर्पिता ने स्टेज पर कदम रखते ही दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने बताया कि आज की कंपनियां अपनी वित्तीय जानकारी को ईमेल, चैट, ईआरपी सिस्टम और बैंकिंग प्लेटफॉर्म्स पर बिखरा पाती हैं, जिसे एकत्र करने में घंटों लग जाते हैं। मायसा इसी समस्या का स्मार्ट समाधान ला रहा है—एआई की मदद से प्रक्रियाओं को सरल, तेज और त्रुटिरहित बनाकर।

अर्पिता ने कहा, “गूगल एआई एक्सेलेरेटर ने हमें न केवल तकनीकी समर्थन दिया, बल्कि वैश्विक नेटवर्किंग के द्वार भी खोले। हमारी टीम ने मिलकर फिनटेक को ‘मैजिक’ से भर दिया है।” उन्होंने अपनी फाउंडिंग टीम—को-फाउंडर मोहित रंगराजू (प्रोडक्ट हेड), अशुतोष प्रसाद पाणिग्रही (सीटीओ) और मोहित जैन (हेड ऑफ इंजीनियरिंग)—का विशेष आभार जताया।

मायसा की एआई क्रांति: जो बदल रही है फाइनेंस की दुनिया

मायसा एक यूनिफाइड फाइनेंशियल ऑपरेशंस और बैंकिंग प्लेटफॉर्म है, जो बिल प्रोसेसिंग, भुगतान, खर्च प्रबंधन और अकाउंटिंग को एक छतरी के नीचे लाता है। इसकी प्रमुख एआई फीचर्स निम्नलिखित हैं:

फीचर विवरण लाभ
एआई स्मार्ट स्कैन 20+ भाषाओं में डॉक्यूमेंट्स को पढ़ने और 22+ वैलिडेशन्स के साथ डेटा कैप्चर। 95% तक त्रुटियां कम, 90% मैनुअल वर्क घटता।
मल्टी-बैंक पेमेंट ऑटोमेशन कई बैंकों से एकीकृत भुगतान, फ्रॉड प्रिवेंशन और पार्शियल पेमेंट ट्रैकिंग। तेज और सुरक्षित ट्रांजेक्शन।
माइलो (मल्टीलिंगुअल एआई फाइनेंस असिस्टेंट) एलएलएम-पावर्ड इंटेलिजेंट इंजन जो बिल्स को ऑटो-क्लासिफाई करता है। साप्ताहिक रिकॉन्सिलिएशन, टैक्स क्लासिफिकेशन।
टैक्स एजेंट्स (बीटा वर्जन) स्वचालित टैक्स फाइलिंग और जीएसटीएन डेटा से एचएसएन कोड फेचिंग। कंप्लायंस में आसानी।
ये फीचर्स न केवल फिनटेक को क्रांतिकारी बना रहे हैं, बल्कि कंपनियों को 10 गुना अधिक बिल प्रोसेसिंग क्षमता प्रदान कर रहे हैं। मायसा की वेबसाइट के अनुसार, यह प्लेटफॉर्म 2 हफ्तों में डिप्लॉय हो जाता है और ईआरपी सिस्टम्स के साथ सीधा इंटीग्रेट होता है।

प्रेरक सफर: पिहानी से बैंगलोर तक, फ्लिपकार्ट एक्विजिशन से गूगल तक

अर्पिता कपूर का जन्म हरदोई के पिहानी कस्बे में हुआ, जहां उन्होंने स्थानीय सेंट जेम्स स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। बैंगलोर शिफ्ट होने के बाद, उन्होंने गेमिंग स्टार्टअप ‘मेक मोचा’ की सह-स्थापना की, जिसे 2019 में फ्लिपकार्ट ने खरीद लिया। फोर्ब्स एशिया 30 अंडर 30 लिस्ट में शुमार अर्पिता ने एंजेल इन्वेस्टर के रूप में भी कई स्टार्टअप्स को फंडिंग दी।

उनकी यह यात्रा छोटे शहर की बेटी से वैश्विक इनोवेटर तक का जीवंत उदाहरण है। अर्पिता कहती हैं, “पिहानी की मिट्टी ने मुझे सपने देखना सिखाया। आज मायसा के जरिए हम लाखों कंपनियों को सशक्त बना रहे हैं।”

जिले में खुशी की लहर: युवाओं के लिए नई प्रेरणा

हरदोई और पिहानी में अर्पिता की सफलता पर उत्साह का माहौल है। स्थानीय स्कूलों में उनके सफर पर विशेष सत्र आयोजित हो रहे हैं, जबकि सोशल मीडिया पर #HardoiPride और #ArpitaShines ट्रेंड कर रहा है। जिला उद्योग केंद्र ने घोषणा की है कि अर्पिता को आमंत्रित कर स्टार्टअप वर्कशॉप आयोजित की जाएगी।

यह उपलब्धि न केवल हरदोई को मैप पर लाती है, बल्कि साबित करती है कि प्रतिभा की कोई सीमा नहीं। अर्पिता जैसी कहानियां युवाओं को बता रही हैं—सपने देखो, मेहनत करो, दुनिया जीतो!

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