एटा: उत्तर प्रदेश के एटा जिले में शनिवार को हुई दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में एक कैब चालक सहित तीन लोगों की दुखद मृत्यु हो गई। इन हादसों में दो अन्य लोग घायल हुए, जिनमें से एक का मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है, जबकि दूसरे को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। रक्षाबंधन के मौके पर हुई इन घटनाओं ने मृतकों के परिवारों में शोक की लहर दौड़ा दी है।
पहली घटना: अवागढ़ में कैब दुर्घटना
कासगंज जिले के गांव दौकेली, थाना ढोलना निवासी प्रदीप कुमार ने बताया कि उनका भतीजा अजय (26) दिल्ली में ओला कंपनी की टैक्सी चलाता था। शुक्रवार देर रात वह दिल्ली से रक्षाबंधन मनाने के लिए घर लौट रहा था। उसके साथ तीन सवारियाँ थीं: सहवीर सिंह (40, गांव गुलालपुर उर्फ नगला बाचा, थाना रिजोर), आराम सिंह (गांव फफोतू, थाना रिजोर), और अतर सिंह (मनकापुर, थाना सोरों, कासगंज)।
शनिवार सुबह लगभग 6 बजे, अवागढ़ थाना क्षेत्र के चुरथरा चौराहे के पास अजय को नींद की झपकी आने के कारण उसकी टैक्सी एक अज्ञात वाहन से टकरा गई। हादसे में कार में सवार लोगों के बीच चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत कार में फंसे लोगों को निकाला और उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अवागढ़ पहुँचाया।
चिकित्सकों ने अजय को मृत घोषित कर दिया, और कुछ देर बाद सहवीर सिंह की भी मृत्यु हो गई। आराम सिंह गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। अतर सिंह को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। पुलिस ने मृतकों के शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पारिवारिक त्रासदी: प्रदीप कुमार ने बताया कि अजय उनके परिवार का इकलौता बेटा था और तीन बहनों का अकेला भाई। रक्षाबंधन के दिन उसकी मृत्यु ने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया। अजय की बहनें बार-बार बेहोश हो रही हैं और कह रही हैं, “अब हम किसे राखी बाँधें?”
दूसरी घटना: अलीगंज मार्ग पर बाइक दुर्घटना
दूसरी घटना में, गांव दतेई, थाना मिरहची निवासी धर्मवीर सिंह ने बताया कि उनका भतीजा गौरव (32) शनिवार सुबह अपनी पत्नी और बच्चों को जैथरा थाना क्षेत्र में ससुराल छोड़कर बाइक से लौट रहा था। कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव पवांस के पास अलीगंज मार्ग पर एक कार की चपेट में आने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने गौरव को मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में भर्ती कराया, जहाँ चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गौरव चार बहनों का इकलौता भाई था और उसके पिता, जो आर्मी में थे, की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। गौरव के एक बेटे और दो बेटियों को छोड़कर जाने से उसकी पत्नी और बहनें सदमे में हैं।
पारिवारिक दुख: गौरव की पत्नी पोस्टमार्टम हाउस पर रो-रोकर बेहाल थी। रक्षाबंधन के दिन इकलौते भाई की मृत्यु ने परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया।
पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने दोनों हादसों में मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कराया और कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। अवागढ़ हादसे में टकराने वाले अज्ञात वाहन की तलाश जारी है। पुलिस ने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
- रिपोर्ट – सुनील गुप्ता