आगरा: उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान ने सोमवार को आगरा के सर्किट हाउस सभागार में महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों को लेकर प्रभावी जन सुनवाई की। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार हर बेटी की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि अधिकांश उत्पीड़न की घटनाएँ घर की चारदीवारी के भीतर हो रही हैं, जिन्हें रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
महिलाओं की पीड़ा को मिली आवाज़
जन सुनवाई में बड़ी संख्या में महिलाएँ घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न और पारिवारिक शोषण जैसी गंभीर शिकायतों के साथ पहुँचीं। डॉ. बबीता सिंह चौहान ने संवेदनशीलता और सख्ती का परिचय देते हुए कई मामलों में तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए। बच्चों को चॉकलेट देकर सांत्वना देने के साथ-साथ उन्होंने थानाध्यक्षों और एसीपी को फोन कर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की।
समीक्षा बैठक में प्रगति रिपोर्ट की माँग
जन सुनवाई से पहले आयोजित समीक्षा बैठक में डॉ. चौहान ने अधिकारियों से पूर्व शिकायतों की प्रगति रिपोर्ट तलब की। 66 में से 65 मामलों के निस्तारण पर पुलिस विभाग की सराहना की गई। साथ ही, कौशल विकास मिशन के तहत 190 महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण देने की जानकारी दी गई। रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष के 188 लंबित मामलों के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए गए। पंचायतीराज विभाग और जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा रिपोर्ट न देने पर उन्हें फटकार भी लगाई गई।
तत्काल कार्रवाई के लिए कड़े निर्देश
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मोना, कुम्हारपाड़ा: वैष्णो देवी हादसे में बेटी की मृत्यु के बाद पति ने उन्हें और उनकी दूसरी बेटी को घर से निकाल दिया। डॉ. चौहान ने थाना प्रभारी को मुआवजा दिलाने, एफआईआर दर्ज करने और बेटी को कन्या सुमंगला योजना में शामिल करने के निर्देश दिए।
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श्रीमती सोनी, फिरोजाबाद: पति द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत दूसरी शादी करने की शिकायत पर जांच और सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए।
जन सुनवाई में कुल 53 नए शिकायती आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, मानसिक व शारीरिक शोषण और ससुराल पक्ष द्वारा मारपीट के मामले शामिल थे। सभी मामलों को संबंधित विभागों को सौंपकर गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध निस्तारण के निर्देश दिए गए।
त्योहारों के मद्देनजर सुरक्षा के निर्देश
डॉ. बबीता सिंह ने त्योहारी सीजन को देखते हुए पुलिस को बाजारों में गश्त बढ़ाने और निगरानी मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने महिलाओं से आग्रह किया कि किसी भी आपात स्थिति में वे 112 पर कॉल करें।