आगरा: जिले के थाना बाह क्षेत्र के गांव हिंगोट खेड़ा में घरेलू कलह ने भयावह रूप ले लिया। 28 वर्षीय महिला लक्ष्मी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जबकि उसके शव को देखकर भयभीत देवर आशीष ने भी फांसी लगाने की कोशिश की। गनीमत रही कि परिजनों ने समय रहते उसे बचा लिया। घटना से गांव में सनसनी फैल गई।
मृतका के पति रणजीत सिंह ने बताया कि उनकी तीन संतानें हैं – दो बेटियां स्माइली, नतासा और बेटा हिमांशु। घटना के समय मंझली बेटी छत पर चली गई थी। लक्ष्मी उसे नीचे लाने छत पर गई, लेकिन वापस आने पर सीढ़ियों से फिसलकर चोटिल हो गई। डॉक्टर के पास जाने को लेकर दोनों में कहासुनी हो गई, जो बढ़ते-बढ़ते थप्पड़ तक पहुंच गई। इसके बाद लक्ष्मी कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर लिया। कुछ देर बाद परिजनों ने दरवाजा तोड़ा तो वह फांसी के फंदे पर लटकी मिली। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
भाभी की मौत और शव देखकर देवर आशीष मानसिक रूप से टूट गया और उसने भी फांसी लगा ली, लेकिन परिवार ने उसे नीचे उतारकर जान बचा ली।
सूचना पर थाना बाह पुलिस मौके पर पहुंची। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस सभी पहलुओं की गहन जांच कर रही है। पति रणजीत घटना बताते-बताते रो पड़ा और बोला कि उसे अंदाजा नहीं था कि लक्ष्मी इतना बड़ा कदम उठा लेगी। लक्ष्मी मूल रूप से दिगनेर गांव की थीं और 2020 में रणजीत से शादी हुई थी।





