आगरा: सिकंदरा थाना पुलिस ने तेज कार्रवाई करते हुए एक सक्रिय ऑटो गैंग का पर्दाफाश कर दिया है। महज 48 घंटों के अंदर तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर लूट का सारा सामान और नकदी बरामद कर ली गई। यह सफलता स्थानीय लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ाने वाली है, खासकर तब जब शहर में लूटपाट की घटनाएं बढ़ रही हैं।
घटना का विवरण:
- कब-कैसे हुई लूट: 25 अक्टूबर को दहतोरा मोड़ पर एक व्यक्ति ऑटो से यात्रा कर रहा था। इसी दौरान गैंग के सदस्यों ने उसे निशाना बनाया। बदमाशों ने यात्रियों को लूटने के लिए ऑटो का ही सहारा लिया—एक आरोपी चालक था, जबकि अन्य सहयोगी थे। पीड़ित से एक मोबाइल फोन और 5400 रुपये नकद लूट लिए गए। लूट के बाद बदमाश ऑटो रिक्शा से ही फरार हो गए।
- पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया: घटना की सूचना मिलते ही सिकंदरा थाना प्रभारी ने विशेष टीम गठित की। लगातार सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज विश्लेषण और मुखबिरों की सूचना पर पुलिस ने छापेमारी की। रविवार को तीनों आरोपी—शिवम, आसिफ और सुहैल—को धर दबोचा गया।
बरामदगी और आरोपी का बैकग्राउंड:
- बरामद सामान: गिरफ्तारियों के साथ पुलिस ने लूटा गया मोबाइल फोन, 5400 रुपये नकद और घटना में इस्तेमाल किया गया ऑटो रिक्शा जब्त कर लिया। यह सामान पीड़ित को लौटाया जाएगा।
- आरोपियों का इतिहास: जांच में पता चला कि मुख्य आरोपी शिवम पर पहले से चोरी और लूट के कई मुकदमे दर्ज हैं। गैंग ऑटो में सवार यात्रियों को निशाना बनाकर लूटपाट करता था, खासकर रात के समय व्यस्त इलाकों में। आसिफ और सुहैल उसके सहयोगी हैं। पूछताछ जारी है, और गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश तेज कर दी गई है।
- एसीपी का बयान: एसीपी अक्षय महाडिक ने बताया, “यह गैंग आगरा के आसपास के इलाकों में सक्रिय था। हमारी सतर्कता से अपराधियों को पकड़ा गया। आगे भी ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी।”
स्थानीय प्रभाव और सुरक्षा उपाय:
आगरा में हाल के महीनों में ऑटो और रिक्शा से जुड़ी लूट की घटनाएं बढ़ी हैं, जो यात्रियों के लिए खतरा बन रही हैं। इस गिरफ्तारी से सिकंदरा क्षेत्र के निवासियों में राहत की सांस बही है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “रात में ऑटो लेना डरावना हो गया था, अब थोड़ी सुरक्षा महसूस हो रही है।” पुलिस ने यात्रियों को सलाह दी है कि संदिग्ध गतिविधि दिखने पर तुरंत 112 पर कॉल करें।





