आगरा: थाना जगदीशपुरा क्षेत्र के दहतोरा मोड़ पर जूते की खरीदारी के दौरान मामूली विवाद कुछ ही मिनटों में खूनी संघर्ष में बदल गया। देखते ही देखते ईंट-पत्थर चलने लगे, गोलियां चलीं, और पूरा इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। स्थानीय लोग घरों में दुबक गए, दुकानों के शटर गिर गए, और सड़क पर अफरा-तफरी मच गई। तत्काल कार्रवाई में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन फरार 15-20 लोगों की तलाश जारी है।
गोलियों की गूंज से थर्राया इलाका
पुलिस सूत्रों के अनुसार, दो पक्षों के बीच झगड़ा शुरू में कहासुनी तक सीमित था। लेकिन कुछ ही देर में 20-25 लोग एक-दूसरे पर टूट पड़े। दोनों ओर से जमकर ईंट-पत्थर फेंके गए। इसी बीच आलोक भारद्वाज (36) नामक युवक छत पर चढ़ गया और नीचे मौजूद भीड़ पर फायरिंग शुरू कर दी। गोलियों की आवाज से पूरा मोहल्ला थर्रा गया।
इसी दौरान संजय भारद्वाज (43) ने सड़क पर उतरकर तमंचा लहराना शुरू कर दिया। कार में बैठे लोगों और राहगीरों में भगदड़ मच गई। कई लोग जान बचाने के लिए दुकानों में छिप गए। झड़प के दौरान सड़क किनारे खड़ी एक कार का शीशा टूट गया, जबकि कई बाइकें क्षतिग्रस्त हो गईं।
हैरानी की बात यह रही कि सूचना पर पहुंची पुलिस को भी शुरू में बवाल रोकने में मुश्किल हुई। बवालियों ने पुलिस के सामने भी तमंचे लहराए। घटना के चित्रों में साफ दिख रहा है कि अपराधियों को पुलिस का भी खौफ नहीं था। बाद में पहुंचे अतिरिक्त पुलिस बल ने बल प्रयोग कर हालात काबू में किए।
सात आरोपी गिरफ्तार, हथियार बरामद
डायल 112 टीम और बोदला चौकी प्रभारी योगेश कुमार की फोर्स ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली। पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें शामिल हैं:
- आलोक भारद्वाज (36): छत से फायरिंग करने वाला। उसके पास से .315 बोर तमंचा और दो खाली खोखे बरामद।
- संजय भारद्वाज (43): तमंचा लहराने वाला। कार से एक तमंचा और सात जिंदा कारतूस जब्त।
- नीरज, गजेंद्र सिंह उर्फ गब्बर, सुनील, बंटी, पुष्पेंद्र: पथराव में शामिल।
थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया, “दोनों पक्षों के करीब 15-20 लोग मौके से भाग निकले। हम उनकी पहचान कर फरारों पर दबिशें दे रहे हैं। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन हथियारों की बरामदगी से मामला गंभीर है।”
तनाव बरकरार, गश्त बढ़ाई
घटना के बाद दहतोरा मोड़, बोदला रोड और आसपास के इलाकों में अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी गई है। गश्त और निगरानी तेज कर दी गई ताकि कोई अप्रिय घटना दोबारा न हो। स्थानीय लोग अब भी सहमे हुए हैं। एक निवासी ने कहा, “दिनदहाड़े फायरिंग देखकर डर लग रहा है। पुलिस को स्थायी गश्त करनी चाहिए।”
आगरा में हाल के दिनों में जगदीशपुरा क्षेत्र में अपराध बढ़े हैं, जैसे वाहन चोरी और मुठभेड़। यह घटना स्थानीय सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ी कर रही है।






