आगरा/पुडुचेरी: देशभर में फर्जी और नकली दवाओं की सप्लाई करने वाले अंतर्राज्यीय रैकेट पर बड़ा एक्शन हुआ है। पुडुचेरी ड्रग्स कंट्रोल विभाग ने सितंबर से दिसंबर तक चले विशेष अभियान में 14 दवा निर्माण इकाइयों को सील किया, जिनमें 7 बिना लाइसेंस वाली थीं। साथ ही 6 कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए। इनमें मीनाक्षी फार्मा और श्री अम्मान फार्मा प्रमुख हैं, जिनके तार आगरा से जुड़े हुए हैं।
यह कार्रवाई ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 के तहत की गई। जांच में एक्सपायर्ड, संदिग्ध नकली दवाएं, अवैध कच्चा माल, पैकेजिंग सामग्री और मशीनरी जब्त की गई। प्रभावित कंपनियों में लॉर्वेन फार्मास्युटिकल्स, न्यू जर्सी लाइफ केयर फार्मा, पार्म हाउस और श्रीसन फार्मा भी शामिल हैं। अवैध गोदामों जैसे अंबाल गोल्डन कैप्सूल्स और गोल्डन कैप्सूल्स को भी सील किया गया।
आगरा कनेक्शन: यह मामला अगस्त 2025 में आगरा में हुई छापेमारी से शुरू हुआ, जहां करोड़ों की नकली दवाएं पकड़ी गईं। जांच में पुडुचेरी की मीनाक्षी फार्मा और अम्मान फार्मा से सप्लाई का पता चला। आगरा पुलिस ने मुख्य आरोपी एके राणा (उर्फ राजा) को पुडुचेरी से गिरफ्तार कर जेल भेजा है। दूसरे आरोपी के खिलाफ वारंट जारी है। सीबीसीआईडी ने भी जांच संभाली और अब तक 13 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। जब्ती में 25 करोड़ से अधिक की दवाएं और प्लांट शामिल हैं।
15 दवा फॉर्मूलेशन और 20 एक्टिव इंग्रेडिएंट्स के सैंपल चेन्नई लैब भेजे गए हैं। देशभर में अलर्ट जारी कर फार्मेसियों पर निगरानी बढ़ाई गई है।





