आगरा: जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र के गैलाना में एक दिल दहला देने वाली घटना में ऑटो चालक रामू (उम्र करीब 40) को चोर समझकर बेरहमी से पीटा गया। 6 नवंबर की रात गलती से गलत दरवाजा खटखटाने पर सतीश और उसके साथियों ने उसे बांधकर इतना मारा कि इलाज के दौरान शुक्रवार रात उसकी मौत हो गई। पुलिस ने सतीश और राजू के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। शनिवार को शव लेने आए परिजनों और महिलाओं ने असोपा हॉस्पिटल के बाहर सड़क जाम कर पुलिस पर धमकाने का आरोप लगाया।

आगरा में एक और मॉब लिंचिंग की घटना ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। मृतक रामू वनखंडी क्षेत्र में किराए के मकान में पत्नी और चार बच्चों के साथ रहता था। वह रोजाना की तरह 6 नवंबर को रात करीब 10 बजे ऑटो चलाकर लौटा था। किराया देने के लिए वह अपने मालिक अंसार के घर जा रहा था, लेकिन अंधेरे और थकान में रास्ता भूल गया।

गलती ने ले ली जान

 रामू ने गलती से पड़ोस में रहने वाले सतीश के घर का दरवाजा खटखटा दिया। सतीश और उसके साथियों ने उसे चोर समझ लिया। उन्होंने रामू को पकड़कर हाथ बांध दिया और लात-घूंसों, डंडों से बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। रामू बार-बार चिल्लाता रहा, “मैं चोर नहीं हूं, गलती से आ गया,” लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी। पिटाई इतनी निर्मम थी कि उसकी हालत गंभीर हो गई। रात करीब 3 बजे आरोपी उसे उसके घर के बाहर फेंककर भाग गए।

सुबह मिला खून से लथपथ शव

 सुबह परिजन जब बाहर निकले तो रामू को खून से लथपथ पाया। उसे तुरंत असोपा हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान शुक्रवार रात उसकी मौत हो गई। शनिवार को पोस्टमॉर्टम के बाद जब शव घर लाया जाना था, तो गुस्साए परिजनों और मोहल्ले की महिलाओं ने हॉस्पिटल के बाहर सड़क जाम कर दिया।

पुलिस पर धमकाने का आरोप

महिलाओं का कहना था कि पुलिस उन्हें हटाने आई और धमकाया, “अगर सड़क जाम की तो सब पर मुकदमा लिखेंगे।” इससे आक्रोश और बढ़ गया। बाद में पुलिस के समझाने और तुरंत कार्रवाई के आश्वासन पर प्रदर्शन समाप्त हुआ।

कानूनी कार्रवाई

थाना प्रभारी प्रदीप त्रिपाठी ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर सतीश और राजू के खिलाफ IPC की धारा 302 (हत्या) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। परिजन अन्य आरोपियों के नाम भी जोड़ने की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने कहा कि जल्द ही गिरफ्तारी होगी, लेकिन अभी तक कोई पकड़ा नहीं गया है।

परिवार का कोहराम

रामू की पत्नी और चार छोटे बच्चे अब बेसहारा हो गए हैं। घर में मातम पसरा है। पड़ोसियों में गम और गुस्सा है। लोग कह रहे हैं, “गलती से दरवाजा खटखटाने की सजा मौत?”

error: Content is protected !!
Exit mobile version