आगरा। जलकल विभाग ने शहर की पेयजल सप्लाई को दुरुस्त करने और पेयजल की बर्बादी रोकने के लिए काम शुरू कर दिया है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बने जेडपीएस और ओवर हैड टैंकों का सर्वे शुरू हो गया है। यहां लगे एयर वाल्व और सुलूस वाल्व की रिपोर्ट तैयार की जा रहा है। सर्वे रिपोर्ट आते ही एयर वाल्व और सुलूस वाल्व के बदलने और मरम्मत का काम शुरू होगा।


शहर की जनता को समय पर और पर्याप्त मात्रा में पेयजल मिल सके, उसके लिए जलकल विभाग एक-एक कमी ढूंढ रहा। जहां कमी मिल रही हैं उन्हें दूर करने की दिशा में काम हो रहा है। पाइप लाइनों में लगे एयर वाल्व और सुलूस वाल्व एक महत्वपूर्ण उपकरण हैं। इनके जर्जर और लीकेज होने से पानी बहने लगता है। रोजाना लाखो लीटर पानी की बर्बादी हो रही है।

नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल के निर्देश पर जलकल विभाग के महाप्रबंधक एके राजपूत ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बने जेडपीएस और ओवर हैड टैंकों का सर्वे शुरू कर दिया है। महाप्रबंधक ने सभी अभियंताओं को सख्त निर्देश दिए हैं कि सर्वे रिपोर्ट आते ही जहां-जहां एयर वाल्व और सुलूस वाल्व में कमी मिले उनकी मरम्मत और बदलने का काम तत्काल शुरू किया जाए। इस काम में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। शिकायत मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी।

उन्होंने बताया कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 29 जेडपीएस और 30 ओवर हैड टैंक बने हैं। सभी का सर्वे किया जा रहा है। सर्वे में जो कमी मिलेगी उसे तत्काल दूर करने की दिशा में काम करेंगे। महाप्रबंधक एके राजपूत ने बताया कि सुलूस वाल्व की समय पर मरम्मत नहीं होने पर वह अचानक फट गया तो पूरी पानी की सप्लाई बंद करनी पड़ती है।

एयर वाल्व से हवा निकलना बंद हो जाए तो पाइप लाइन फट सकती है। इसलिए इस समस्या से बचने के लिए इनकी मरम्मत समय पर बहुत जरूरी है। इस समस्या का सामना नहीं करना पड़े, इसलिए रणनीति बनाकर काम किया जा रहा है।


यहां बने हैं जलकल विभाग के जेडपीएस

निर्भय नगर, लॉयर्स कॉलोनी, हलवाई की बगीची, सूर्यनगर, संजय प्लेस, केदार नगर, सुभाष पार्क, सिकंदरा, बोदला आवास विकास सेक्टर दो बी, आवास विकास सेक्टर नौ बी, बृज विहार, ताजगंज, ताजगंज एक बी, ट्रांस यमुना दो, कालिंदी विहार, लोहामंडी, शाहगंज, बोदला केशव कुंज, शाहगंज तहसील के सामने, रकाबगंज, कोतवाली, नौलक्खा, ताजगंज, आवास विकास सेक्टर 15, आवास विकास सेक्टर चार, आवास विकास सेक्टर दो, आवास विकास सेक्टर नौ ए आदि शामिल हैं।

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