जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के सबसे बड़े सवाई मान सिंह (SMS) अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में रविवार आधी रात भीषण आग लगने से हड़कंप मच गया। इस हादसे में छह मरीजों की मौत हो गई, जबकि पांच मरीज झुलसकर घायल हुए हैं। हादसे के वक्त ICU में भर्ती मरीजों को बचाने में पुलिसकर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डाल दी।
पुलिस के अनुसार, कांस्टेबल वेदवीर सिंह, हरि मोहन और ललित ने धुएं और लपटों के बीच कूदकर 10 से अधिक मरीजों और परिजनों को सुरक्षित बाहर निकाला। बचाव कार्य के दौरान ये जवान भी बेहोश हो गए। कई पुलिसकर्मियों को सांस लेने में दिक्कत होने पर उन्हें भी SMS अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है।
ट्रॉमा सेंटर के जिस ICU में आग लगी, उसमें 11 मरीज भर्ती थे, जबकि ICU और सेमी ICU मिलाकर कुल 18 मरीजों को तुरंत अन्य वार्डों में शिफ्ट किया गया। बताया जा रहा है कि आग इतनी भयंकर थी कि पूरा ICU विभाग राख के ढेर में तब्दील हो गया।
मुख्यमंत्री पहुंचे अस्पताल, दी 5-5 लाख की सहायता
घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और चिकित्सा मंत्री जवाहर सिंह बेधम तुरंत अस्पताल पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी।
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और घायलों के लिए निःशुल्क इलाज की घोषणा की। उन्होंने कहा, “ऐसी घटनाएं अस्वीकार्य हैं। लापरवाही बरतने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।”
अस्पताल प्रशासन ने दी जानकारी
ट्रॉमा सेंटर के प्रमुख डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट आग लगने की प्रमुख वजह प्रतीत हो रही है। उन्होंने कहा, “ICU में कुल 24 मरीज भर्ती थे। इनमें से अधिकांश को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया। कई मरीज गंभीर अवस्था में थे और सपोर्ट सिस्टम पर निर्भर थे।”
मृतकों की पहचान
1. पिंटू (सीकर)
2. दिलीप (आंधी)
3. श्रीनाथ (भरतपुर)
4. रुक्मणि (भरतपुर)
5. खुशमा (भरतपुर)
6. बहादुर (सांगानेर)
परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
मृतकों के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि धुआं फैलते ही वार्ड बॉय और स्टाफ मौके से गायब हो गए। काफी देर तक मरीजों को बाहर निकालने का कोई इंतज़ाम नहीं किया गया, जिसके चलते कई मरीजों की दम घुटने से मौत हो गई। परिजनों ने ही अपने स्तर पर मरीजों को बाहर निकालने की कोशिश की।
राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल
सवाई मान सिंह (SMS) अस्पताल राजस्थान का सबसे बड़ा और प्रमुख सरकारी अस्पताल है, जहां पूरे प्रदेश से हजारों मरीज इलाज के लिए आते हैं। इस हादसे ने एक बार फिर अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।