आगरा: जिले में सामने आए नकली दवा रैकेट की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। कोतवाली थाने में दर्ज मामले में नामजद आरोपी विवेक को बुधवार को आगरा कोर्ट में पेश किया गया। कानूनी औपचारिकताओं के बाद उसे पुदुचेरी वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इस सिंडिकेट का मुख्य चेहरा माने जा रहे राजा वर्तमान में पुदुचेरी सीबीसीआईडी (क्राइम ब्रांच) की हिरासत में है। जांच एजेंसियां उनसे नकली दवाओं की पूरी सप्लाई चेन, निर्माण इकाइयों, फर्जी लाइसेंस और अंतरराज्यीय नेटवर्क के बारे में गहन पूछताछ कर रही हैं। सूत्रों के अनुसार पूछताछ पूरी होने पर राजा को ट्रांजिट रिमांड पर आगरा लाने की तैयारी है।
जांच में सामने आया है कि लूपिन जैसी कंपनियों की नकली दवाओं के मामले में राजा और विवेक ने पहले पुदुचेरी में आत्मसमर्पण किया था। बाद में जांच का दायरा बढ़ा तो फार्मा सेक्टर में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियों का खुलासा हुआ।
कार्रवाई के तहत पुदुचेरी प्रशासन और ड्रग कंट्रोल विभाग ने अमान-मीनाक्षी फार्मा समेत कुल 14 दवा कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। इन पर नकली या मानकों के विपरीत दवाएं बनाने और सप्लाई करने का आरोप है।
इस मामले में पहले गिरफ्तार आरोपी एके राणा अभी भी आगरा जेल में बंद है। पुलिस का कहना है कि जैसे-जैसे पूछताछ आगे बढ़ेगी, सिंडिकेट से जुड़े और लोगों के नाम सामने आ सकते हैं और आगे और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।





