आगरा। अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को ढांचे ढहाए जाने की वर्षगांठ को लेकर आगरा पुलिस सतर्क मोड में आ गई है। हर वर्ष की तरह इस दिन विभिन्न संगठन अपने-अपने कार्यक्रम आयोजित करते हैं, ऐसे में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने धारा 144 (वर्तमान में 163) लागू कर दी है।
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार के जुलूस, सभा, प्रदर्शन या उत्तेजनात्मक गतिविधि की अनुमति नहीं होगी। किसी भी उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
शहर छह जोन और 18 सेक्टर में बांटा गया
डीसीपी सिटी सैय्यद अली अब्बास ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पूरे शहर को 6 जोन और 18 सेक्टर में विभाजित किया गया है। हर जोन की कमान एक एसीपी को सौपी गई है,जबकि हर सेक्टर की जिम्मेदारी संबंधित थाना प्रभारी को दी गई है। इसके अलावा सभी संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल, मोबाइल वैन और पैदल गश्त बढ़ा दी गई है।
दोनों समुदायों की गतिविधियों पर प्रशासन की कड़ी नजर
6 दिसंबर को लेकर विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों द्वारा कार्यक्रमों की तैयारी की जानकारी पुलिस को मिली है। हालांकि प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी प्रकार का सार्वजनिक आयोजन, रैली या विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी। पुलिस की इंटेलिजेंस टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं, ताकि किसी भी अफवाह, उकसावे या माहौल खराब करने की कोशिश को तुरंत रोका जा सके।
संवेदनशील क्षेत्रों में बढ़ी चहल-पहल
पुलिस अधिकारियों के अनुसार सभी थानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही है। रात में विशेष गश्त दी जा रही है। पीस-कमेटी के माध्यम से बातचीत की जा रही है। स्थानीय स्तर पर इंटेलिजेंस को सूचना जुटाने पर लगा दिया गया है। डीसीपी सैय्यद अली अब्बास ने कहा कि शांति और सौहार्द बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी स्थिति को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा और माहौल खराब करने का प्रयास करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
शहर में शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने की तैयारी
प्रशासन का लक्ष्य है कि 6 दिसंबर पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से गुज़रे। पुलिस ने नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की है।





