आगरा, 1 दिसंबर 2025: उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में रविवार देर शाम एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हो गया, जिसमें सरस्वती नगर (एसएन) मेडिकल कॉलेज के दो तृतीय वर्ष के एमबीबीएस छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा आगरा-मथुरा हाईवे पर आईएसबीटी (इंटर स्टेट बस टर्मिनल) पुल के पास कट के निकट हुआ, जहां तेज रफ्तार वाहन की टक्कर से उनकी बाइक अनियंत्रित हो गई और डिवाइडर से जोरदार टकरा गई। दोनों छात्र सिर में गंभीर चोटें लगने से खून बहते-बहते दम तोड़ दिए। इस घटना ने पूरे मेडिकल कॉलेज परिसर में शोक की लहर दौड़ा दी है, जबकि परिवारों में कोहराम मच गया।
हादसे का पूरा विवरण
पुलिस के अनुसार, हादसा रविवार शाम करीब 6 बजे के आसपास हुआ। मृतक छात्रों के नाम सिद्ध गर्ग (22 वर्ष) और तनिष्क गुप्ता (22 वर्ष) थे। सिद्ध आगरा के कमला नगर, विमल विहार निवासी राजेश अग्रवाल के पुत्र थे, जबकि तनिष्क हरदोई के आवास विकास कॉलोनी निवासी अरविंद गुप्ता के सबसे छोटे बेटे थे। दोनों दोस्तों के साथ बाइक पर सवार होकर घूमने निकले थे। सिद्ध दोपहर करीब 2:30 बजे घर से ‘दोस्त के यहां जाना है’ कहकर निकले थे।
ईटीवी भारत की रिपोर्ट के मुताबिक, आईएसबीटी के पास किसी अज्ञात वाहन (संभावित रूप से छोटे वाहन) ने उनकी बाइक को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। इससे बाइक अनियंत्रित होकर पलट गई और डिवाइडर से टकरा गई। दोनों के सिर डिवाइडर से बुरी तरह लगे, जिससे उनके हेलमेट फट गए और मुंह व सिर से खून बहने लगा। हाईवे पर अफरा-तफरी मच गई, लेकिन घायलों को तुरंत मेडिकल सहायता न मिल सकी। हरी पर्वत थाने के प्रभारी निरीक्षक नीरज शर्मा ने मौके पर पहुंचकर दोनों को निजी अस्पताल ले जाया, लेकिन गंभीर चोटों के कारण उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर करने से पहले ही दोनों ने दम तोड़ दिया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
पुलिस ने रात में ही दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराया। सिद्ध का शव परिजनों को सौंप दिया गया, जबकि तनिष्क का शव डीप फ्रीजर में रखा गया क्योंकि उनके माता-पिता आगरा पहुंचने पर बेटे का शव देखकर बेहोश हो गए। डीसीपी सीटी के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज के आधार पर टक्कर मारने वाले वाहन और चालक की तलाश तेज कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में बाइक को केवल 20-25% नुकसान हुआ है, जो संकेत देता है कि टक्कर किसी हल्के वाहन से हुई। कोई केस अभी दर्ज नहीं किया गया है, लेकिन जल्द ही एफआईआर दर्ज होगी।
परिवारों का दर्द और मेडिकल कॉलेज में शोक
इस हादसे ने दोनों परिवारों को गहरा आघात पहुंचाया है। सिद्ध के पिता राजेश अग्रवाल जनरेटर स्पेयर पार्ट्स का कारोबार करते हैं और पिछले 10 वर्षों से ‘गिरिराज सेवा मंडल’ से जुड़े हैं। परिवार को ‘गेंदालाल दाल वाले’ के नाम से जाना जाता है, जो समाज सेवा में सक्रिय रहा है। सिद्ध का बड़ा भाई अक्षत गर्ग बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। वहीं, तनिष्क चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे और उनके पिता अरविंद गुप्ता हरदोई में ईंट-भट्ठा व्यवसाय चलाते हैं।
एसएन मेडिकल कॉलेज में रात भर छात्रों और डॉक्टरों की भीड़ लगी रही। कई छात्र शवों के पास पहुंचे और हादसे पर गहन चर्चा की। आगरालीक्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना आईएसबीटी के ठीक सामने हुई, जहां कार की टक्कर से बाइक डिवाइडर से टकराई।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा आगरा-मथुरा हाईवे पर बढ़ते सड़क हादसों की पृष्ठभूमि में एक चेतावनी है। हाल के दिनों में इस रूट पर कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जहां तेज रफ्तार और लापरवाही ने युवाओं की जान ले ली। विशेषज्ञों का कहना है कि हेलमेट पहनने के बावजूद सिर की चोटें घातक साबित हुईं, जो स्पीड लिमिट और ट्रैफिक नियमों के पालन की आवश्यकता पर जोर देता है।





