मथुरा।केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए चार नए श्रम कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर अखिल भारतीय समता फाउंडेशन जनपद मथुरा ने आज कृष्णा नगर बिजली घर पर एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन किया। संगठन के वरिष्ठ नेता बृजलाल कामरेड के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने हाथों में स्लोगन लिखी पट्टिकाएं लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की और श्रम कानूनों को तत्काल प्रभाव से वापस लेने की मांग उठाई।विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए छात्र नेता नरेश कुमार और चित्रसेन मौर्य ने कहा कि केंद्र सरकार के नए श्रम कानून पूरी तरह पूंजीपतियों को लाभ पहुँचाने वाले हैं और मजदूरों के हितों का हनन करते हैं। उन्होंने इन कानूनों को ‘मजदूर विरोधी’ और ‘काले कानून’ बताते हुए कड़ी निंदा की।संगठन के अध्यक्ष लुकेश कुमार राही ने केंद्र सरकार पर संविधान, मजदूर, कर्मचारी, छात्र, किसान तथा महिलाओं के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र की नीतियों ने देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर कर दिया है तथा आम नागरिकों का जीवन कठिन हो गया है। राही ने महामहिम राष्ट्रपति से मांग की कि वे केंद्र सरकार की ‘तानाशाही नीतियों’ को रोका जाए।प्रदर्शन में दाताराम प्रधान सिंहाना, खजान सिंह, राकेश कुमार, भंते लोकमित्र, कुणाल डागौर, सिद्धांत भाटिया, श्रीमती प्रेमवती, अच्छे लाल, अनिल कुमार, राज गब्बर, राजवीर सिंह, सुमित कुमार, जानू कुमार, चरण सिंह, हरेंद्र कुमार, सौदान सिंह, नरेश सर, चित्रसेन मौर्य, पप्पू दिवाकर, साबिर खान, सरदार महेंद्र सिंह, अरुण कुमार, कृष्ण जाटव, कुलदीप कुमार, राजू वाल्मीकि आदि शामिल रहे।सभी ने मिलकर नए श्रम कानूनों को देशहित के विरुद्ध बताते हुए व्यापक निंदा की।






