आगरा: यमुना किनारे बसे आगरा जिले के अछनेरा थाना क्षेत्र के गांव फतेहपुरा में सोमवार दोपहर एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। महज़ 5 साल का मासूम मन्नू पुत्र देशराज खेलते-खेलते 10 फुट गहरे गड्ढे में जा गिरा और पानी में डूबकर उसकी मौत हो गई। सबसे दुखद बात यह है कि यह गड्ढा गांव में जलभराव की समस्या दूर करने के लिए ही खोदा गया था, लेकिन इसे खुला छोड़ देने की लापरवाही ने एक मासूम की जान ले ली।
घटना दोपहर करीब 2 बजे की बताई जा रही है। मन्नू अपने घर के पास ही अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था। जब काफी देर तक वह घर नहीं लौटा तो परिजनों ने तलाश शुरू की। आसपास के बच्चों ने बताया कि मन्नू गड्ढे के पास गया था। जब परिजन वहाँ पहुँचे तो मन्नू पानी में तैरता हुआ दिखाई दिया। आनन-फानन में ग्रामीणों ने उसे बाहर निकाला और अछनेरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
खुला छोड़ा था 10 फुट गहरा गड्ढा, कोई चेतावनी तक नहीं
जानकारी के अनुसार, गांव के ही एक युवक ने जलभराव की शिकायत पर यह गड्ढा खोदवाया था ताकि बारिश का पानी इसमें इकट्ठा हो जाए। लेकिन गड्ढे को खोदने के बाद न तो इसके आसपास बैरिकेडिंग की गई, न कोई चेतावनी बोर्ड लगाया गया और न ही मिट्टी या जाली से ढँकने की कोई व्यवस्था की गई। छोटे-छोटे बच्चे रोज़ उसी जगह खेलते थे। ग्रामीणों का कहना है कि “अगर थोड़ी सी भी सावधानी बरती जाती तो आज मन्नू हमारे बीच होता”।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल, गांव में मातम
मन्नू के पिता देशराज खेत में काम कर रहे थे। जब उन्हें बेटे की मौत की खबर मिली तो उनके होश उड़ गए। माँ और दादी का तो रो-रोकर बुरा हाल है। मन्नू तीन भाई-बहनों में सबसे छोटा था। उसकी बड़ी बहन अभी 8 साल की है। पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है।
थाने में शिकायत दर्ज, ग्रामीणों ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
घटना की सूचना मिलते ही अछनेरा पुलिस मौके पर पहुँची। मृतक के पिता देशराज ने गड्ढा खोदने वाले युवक के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत दी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और लापरवाही बरतने वाले व्यक्ति के खिलाफ IPC की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर दोषी पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे। उनका कहना है कि गांव में ऐसे कई गड्ढे खुले पड़े हैं जिन पर कोई ध्यान नहीं देता। “आज मन्नू गया, कल किसी और का नंबर आ सकता है” – एक बुजुर्ग ग्रामीण ने गुस्से में कहा।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
स्थानीय लोग प्रशासन से भी नाराज़ हैं। उनका कहना है कि ग्राम पंचायत और जल निकासी की जिम्मेदारी वाले विभाग को इसकी जानकारी थी फिर भी कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए।





