मुरैना/मप्र: बीते दिनों में मुरैना जिले में हुई अधिक बारिश के कारण मुरैना विधानसभा की समस्त ग्राम पंचायत नाका, कोतवाल, मदनवसई, जयनगर, बैंडा, लभनपुरा, जारोनी, गिरगोनी, करुआ, जरेरुआ, चुरहेला, लोहगढ़, दौरावली, बमूरबसई, धनेला, पहाड़ी, जखोदा, सेवा, नूराबाद, मढ़राई, गुलेंद्रा, खरगपुर, नाउपुरा, बमरौली, रंचोली, पिलुआ, बिचौला, महटोली, करोला, सांगोली, परीक्षा, पारोली, रांशू, खिरावली, अरदोनी, भैसोरा, मितावली, सिलसिला, पडावली, नौगांव, ऐंती, गड़ाजर, रिठौराकला, बढ़वारी, पिपरसेवा, उरहाना, टीकरी, बामोर खुर्द एवं जगतपुर के सभी माजरा/टोलों के खेतों में जलभराव हो गया था, जिसके कारण धान एवं अन्य फसलें जो खेतों में कटाई के लिए तैयार थी अथवा कटकर खेतों में रखी थी। वो पूर्ण रूप से सड़कर नष्ट हो गई।
अंतिम चरण में पूरे साल की मेहनत के बाद फसल का नष्ट होना किसानों के लिए किसी आपदा से कम नहीं है। साथ ही गेहूँ और सरसों की फसलें जिनकी बुआई हो चुकी है। उनके बीजों के उपजने की संभावना भी बहुत कम है। जिससे किसानों का काफी नुकसान हुआ है। इस विषय पर बीते दिनों जब अधिक वर्षा हुई थी उसी समय पर मुरैना विधायक दिनेश गुर्जर ने फोन के माध्यम से मुरैना कलेक्टर, मुरैना एस.डी.एम व तहसीलदार एवं मध्य प्रदेश सरकार से पत्र के माध्यम से मांग की थी, कि किसानों की फसल नष्ट का उचित सर्वे किया जाए, जिसके चलते सर्वे शुरू किया गया, लेकिन प्रशासन द्वारा आज दिनांक तक सभी पंचायतों में सर्वे नहीं किया गया है।
मुरैना विधायक दिनेश गुर्जर ने पुनः जिला प्रशासन एवं मध्य प्रदेश सरकार से मांग की है कि अधिक वर्षा के कारण किसानों की जो फसल नष्ट हुई है उसका सर्वे कराकर किसानों को शीघ्र अधिक से अधिक मुआवजा दिया जाए एवं पूर्व में किसानों की जो बाजरा की फसल नष्ट हो गई थी उसका मुआवजा दिया जाए, अगर किसानों को मुआवजा नहीं मिला तो आगामी विधानसभा सत्र में किसानों को मुआवजा दिलाने की आवाज मेरे द्वारा विधानसभा में उठाई जाएगी।
- रिपोर्ट – जिला ब्यूरो चीफ मुरैना मुहम्मद इसरार खान






