आगरा: उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के अथक प्रयासों से आगरा को एक और बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है। प्रदेश की तीसरी अत्याधुनिक नक्षत्रशाला और साइंस पार्क का शिलान्यास 6 नवंबर को किया जाएगा। यह परियोजना न केवल छात्रों को खगोलशास्त्र और विज्ञान के रहस्यों से रूबरू कराएगी, बल्कि शैक्षिक पर्यटन को बढ़ावा देकर स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत भी करेगी।
शिलान्यास की तैयारी: संयुक्त उद्घाटन और प्रमुख अतिथि
शाहगंज के एक रेस्टोरेंट में आयोजित पत्रकार वार्ता में मंत्री उपाध्याय ने बताया कि कल (6 नवंबर, गुरुवार) दोपहर 12 बजे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अनिल कुमार और वे स्वयं संयुक्त रूप से इन योजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इस अवसर पर भाजपा महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता, ओम प्रताप सिंह, सुनील करमचंदानी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम एसीपी लोहामंडी कार्यालय के पीछे, कोठी मीना बाजार के पास आयोजित होगा।
परियोजना का इतिहास: मंत्री उपाध्याय की पहल
मंत्री उपाध्याय ने खुलासा किया कि जब वे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री थे, तब इस परियोजना की कार्ययोजना तैयार कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष प्रस्तुत की गई थी। सीएम की मंजूरी के बाद बेसिक शिक्षा विभाग की भूमि को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग को हस्तांतरित किया गया। यह उत्तर प्रदेश की तीसरी उन्नत नक्षत्रशाला होगी, जो लखनऊ और गोरखपुर के बाद आगरा में स्थापित होगी। परियोजना की कुल लागत ₹39.62 करोड़ है, जिसमें 18 महीनों में निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
सुविधाओं का खुलासा: पर्यावरण-अनुकूल और अत्याधुनिक
- क्षेत्रफल और संरचना: नक्षत्रशाला ग्राउंड फ्लोर पर 11,149 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनेगी, जबकि साइंस पार्क 4,943 वर्ग मीटर में विकसित होगा।
- मुख्य आकर्षण: एक्सिबिशन हॉल, साइंस वर्कशॉप, पैंट्री, कार्यशाला कक्ष, आधुनिक शौचालय जैसी सुविधाएं। छात्र यहां विज्ञान के मॉडल, इसरो-नासा की उपलब्धियों और खगोलशास्त्र के सिद्धांत सीख सकेंगे।
- पर्यावरण फोकस: पूरा परिसर सौर ऊर्जा से संचालित होगा, जो ऊर्जा संरक्षण और पर्यावरण संतुलन को प्राथमिकता देगा।
इससे जिले के लगभग 3 लाख स्कूली छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा, साथ ही शैक्षिक पर्यटन बढ़ाकर ताजनगरी को नया पर्यटन केंद्र बनाया जाएगा।
स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया: विकास की नई उड़ान
भाजपा महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता ने कहा, “यह परियोजना छात्रों को विज्ञान की गहराई से परिचित कराएगी और आगरा को शैक्षिक पर्यटन का हब बनाएगी।” उन्होंने मंत्री उपाध्याय के नेतृत्व में आगरा को मिली अन्य सौगातों—जैसे गंगाजल योजना और एसएन मेडिकल कॉलेज को मिनी AIIMS बनाने की पहल—का जिक्र किया। हाल ही में सोशल मीडिया पर भी इसकी चर्चा जोरों पर है, जहां समाचार स्रोतों ने इसे “शैक्षिक पर्यटन का नया केंद्र” बताया है।
बजट और भविष्य की योजनाएं
उत्तर प्रदेश बजट 2025 में विज्ञान पार्क, साइंस सिटी और नक्षत्रशालाओं के लिए कुल ₹50 करोड़ का प्रावधान किया गया, जिसमें आगरा को ₹25 करोड़ का हिस्सा मिला। यह परियोजना न केवल युवाओं को रोजगार देगी, बल्कि आगरा के विकास को नई दिशा भी प्रदान करेगी।






