बिचपुरी/आगरा। खाद्य सुरक्षा को लेकर प्रशासन सख्ती बरत रहा है। बिचपुरी स्थित विनय गुप्ता के किराना स्टोर और गोदाम पर शनिवार दोपहर कंपनी की लीगल टीम और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों ने संयुक्त छापेमारी की। इस कार्रवाई में नकली ‘दीप रस’ घी की 4 पेटी बरामद की गईं, जिनकी अनुमानित कीमत 16 हजार रुपये बताई जा रही है। यह घी प्रतिष्ठित तपन ग्रुप की ‘दीप क्लासिक’ ब्रांड की नकल कर बाजार में बेचा जा रहा था, जो उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर रहा था।

छापेमारी की पूरी घटना: भीड़ जमा, दुकानदार का इनकार
शनिवार दोपहर बिचपुरी के व्यस्त बाजार में विनय गुप्ता की किराना दुकान पर अचानक हड़कंप मच गया। तपन ग्रुप की लीगल टीम, जिसमें शहर इंचार्ज पुलिस कर्मी भी शामिल थे, ने दुकान और आसपास के गोदाम पर छापा मारा। दुकान पर खरीदारी करने वालों की भीड़ देखते ही देखते इकट्ठा हो गई। दुकानदार विनय गुप्ता ने सफाई देते हुए कहा, “हम जो घी बेच रहे हैं, वह ‘दीप रस’ है और इसके पक्के पर्चे (दस्तावेज) हमारे पास मौजूद हैं। यह पूरी तरह वैध उत्पाद है।”
हालांकि, कंपनी की लीगल टीम ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया। टीम के सदस्यों ने स्पष्ट किया कि असली ‘दीप क्लासिक’ घी आगरा में निर्मित होता है और इसके डिब्बे पर बॉलीवुड अभिनेता शक्ति कपूर व गुलशन ग्रोवर की फोटो छपी होती है। वहीं, बरामद ‘दीप रस’ घी के डिब्बे पर रेफर (लेबल) दीप क्लासिक के डिब्बे से ही कॉपी किया गया था। यह नकली उत्पाद सस्ते दामों पर बेचकर उपभोक्ताओं को धोखा देने का प्रयास था। छापेमारी में कुल 4 पेटी जब्त की गईं, जिन्हें आगे की जांच के लिए सील कर लिया गया।
“दीप क्लासिक” घी का महत्व: रसोई से पूजा-पाठ तक
घी भारतीय घरों का अभिन्न हिस्सा है। यह न केवल स्वादिष्ट व्यंजनों को तैयार करने के लिए इस्तेमाल होता है, बल्कि पूजा, हवन और दीपोत्सव जैसे धार्मिक अनुष्ठानों में भी इसका विशेष महत्व है। खासकर त्यौहारों के सीजन में ‘दीप घी’ की मांग बढ़ जाती है, क्योंकि यह शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। नकली घी में मिलावट से न केवल स्वाद प्रभावित होता है, बल्कि स्वास्थ्य जोखिम जैसे पाचन संबंधी समस्याएं, लीवर डैमेज और कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, नकली घी में अक्सर पाम ऑयल, यूरिया या रिफाइंड तेल मिलाए जाते हैं, जो लंबे समय में घातक साबित हो सकते हैं।

कंपनी का दावा: स्वास्थ्य से खिलवाड़ बंद करने का अभियान
तपन ग्रुप के लीगल हेड सी.एस. पाराशर ने बताया, “ब्रांड ‘दीप क्लासिक’ की आड़ में सस्ता नकली घी बाजारों में बिक रहा है, जो उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य से सीधा खिलवाड़ है। हमारी कंपनी ने उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया है, जिसमें स्टाफ को असली और नकली उत्पादों की पहचान सिखाई जाती है।” पाराशर ने आगे कहा कि नकली उत्पादों की जड़ तक पहुंचने के लिए पुलिस के साथ मिलकर सख्त कार्रवाई की जाएगी। छापेमारी में कंपनी की ओर से अनुज चौधरी, जुगेंद्र सोलंकी सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।
पुलिस अधिकारियों ने भी आश्वासन दिया कि नकली कुकिंग मीडियम (घी) बनाने वालों और कॉपी करने वालों के खिलाफ अतिशीघ्र ठोस कार्रवाई होगी। बरामद नमूनों को लैब में जांच के लिए भेजा जा रहा है, और यदि मिलावट पुष्ट हुई तो विनय गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।

उपभोक्ताओं के लिए सलाह: असली घी की पहचान कैसे करें?
पैकेजिंग चेक करें: असली दीप क्लासिक पर आगरा का पता और सेलिब्रिटी फोटो होनी चाहिए। नकली पैकेट पर लेबल धुंधला या कॉपी किया हुआ लगता है।
कीमत पर ध्यान दें: ब्रांडेड घी सस्ते दामों पर न बिके तो संदेह करें।
लाइसेंस देखें: दुकानदार से उत्पाद का वैध लाइसेंस मांगें।
जागरूकता अभियान: तपन ग्रुप जैसे ब्रांड्स की वेबसाइट या हेल्पलाइन पर संपर्क करें।
यह घटना बाजार में नकली उत्पादों के बढ़ते कारोबार को उजागर करती है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि त्यौहारों के मद्देनजर ऐसी छापेमारियां और तेज होंगी। उपभोक्ता सतर्क रहें, ताकि स्वास्थ्य सुरक्षित रहे।
📍 रिपोर्ट – आकाश भारद्वाज





