आगरा: बिचपुरी ब्लॉक की कलवारी ग्राम पंचायत के अंतर्गत एचआर एस्टेट कॉलोनी के निवासियों के नाम पंचायत चुनाव की मतदाता सूची में शामिल न होने से स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) की निष्क्रियता और प्रशासनिक लापरवाही के कारण कॉलोनी के सैकड़ों परिवार अपने मताधिकार से वंचित हो सकते हैं। इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी साहित्य भारती के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष एवं भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. देवी सिंह नरवार ने आगरा प्रशासन से तत्काल संज्ञान लेने की मांग की है।
मुख्य बिंदु:
- समस्या की जड़: डॉ. नरवार के अनुसार, बिचपुरी विकासखंड की कलवारी ग्राम पंचायत की मतदाता सूची में एचआर एस्टेट कॉलोनी के किसी भी निवासी का नाम शामिल नहीं किया गया है। बीएलओ की उदासीनता के चलते कॉलोनी को जानबूझकर नजरअंदाज किया गया, जबकि पिछले कई महीनों से गांवों में घर-घर सर्वे चल रहा है।
- प्रभाव: मतदाता सूची अपडेट की समय सीमा समाप्त हो चुकी है, जिससे अप्रैल-मई 2026 में प्रस्तावित त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कॉलोनी के लोग वोट नहीं डाल पाएंगे। इससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल उठे हैं।
- कार्रवाई की मांग: डॉ. नरवार ने आगरा सदर तहसील के उपजिलाधिकारी से अपील की है कि वे तुरंत हस्तक्षेप करें और सभी पात्र निवासियों के नाम सूची में जोड़ने के निर्देश दें। यदि शीघ्र कार्रवाई न हुई, तो कॉलोनीवासी संयुक्त रूप से ज्ञापन देकर उच्च अधिकारियों तक अपनी आवाज पहुंचाएंगे।
बीएलओ पर लापरवाही के आरोप
डॉ. देवी सिंह नरवार ने बताया कि कलवारी ग्राम पंचायत की मतदाता सूची में अब तक एचआर एस्टेट कॉलोनी के निवासियों के नाम सम्मिलित नहीं किए गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि संबंधित बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) की उपेक्षा और उदासीनता के कारण कॉलोनी के पात्र मतदाता सूची से बाहर रह गए हैं।
उनके अनुसार, बीएलओ द्वारा पिछले कई महीनों से घर-घर जाकर मतदाता सूची अपडेट की जा रही है, लेकिन एचआर एस्टेट कॉलोनी को इस प्रक्रिया से जानबूझकर नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने कहा कि अद्यतन की समय सीमा समाप्त हो चुकी है, जबकि कॉलोनी के किसी भी घर में बीएलओ नहीं पहुंचा।
स्थानीय प्रभावितों की प्रतिक्रिया:
कॉलोनी के एक निवासी ने बताया, “हम टैक्स देते हैं, विकास के लिए योगदान देते हैं, लेकिन वोटिंग का हक तक नहीं मिल रहा। यह अन्याय है।” एक अन्य महिला निवासी ने कहा, “बीएलओ कभी नहीं आए, अब चुनाव नजदीक हैं और हमारा नाम ही नहीं है।”
🔹 लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर प्रश्नचिह्न
डॉ. नरवार ने कहा कि यह गंभीर चूक लोकतांत्रिक व्यवस्था के साथ खिलवाड़ है।
“यदि इस स्थिति को तुरंत नहीं सुधारा गया तो कॉलोनी के निवासियों को अप्रैल–मई 2026 में प्रस्तावित त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदान का अधिकार नहीं मिल सकेगा, जो लोकतंत्र के लिए चिंताजनक है,”
उन्होंने कहा।
उन्होंने आगरा सदर तहसील के उपजिलाधिकारी से आग्रह किया कि इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप कर कॉलोनी के सभी पात्र निवासियों के नाम मतदाता सूची में जोड़े जाने के निर्देश जारी करें।
🔹 उच्च अधिकारियों को ज्ञापन देने की चेतावनी
डॉ. नरवार ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्यवाही नहीं की गई तो एचआर एस्टेट कॉलोनी के निवासी संयुक्त रूप से ज्ञापन सौंपकर उच्च अधिकारियों से न्याय की मांग करेंगे।





