सहरनपुर: शेखपुरा कदीम के पास स्थित एक टायर से तेल निकालने वाली फैक्टरी में बॉयलर फटने से भीषण हादसा हो गया। इस घटना में दो मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि पांच अन्य गंभीर रूप से झुलस गए। धमाके की तेज आवाज से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस और दमकल विभाग की टीमों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन आग की लपटों ने स्थिति को और जटिल बना दिया। मृतकों की पहचान अभी जारी है, और घायलों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
हादसे का विवरण
फैक्टरी में टायरों से तेल निकालने की प्रक्रिया के दौरान अचानक बॉयलर में जोरदार धमाका हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धमाके की गूंज इतनी तेज थी कि आसपास के ग्रामीण सहम उठे। आग तेजी से फैल गई, जिससे काम कर रहे मजदूर आग की चपेट में आ गए। सूचना मिलते ही एसपी सिटी सहित वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुँचे। दमकल की दो गाड़ियों ने आग पर काबू पाने के लिए काफी मशक्कत की। दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पांच झुलसे मजदूरों को तुरंत अस्पताल पहुँचाया गया। उनके परिजन इमरजेंसी में पहुँचकर चिंतित नजर आए।
नई फैक्टरी में पुरानी लापरवाही?
यह फैक्टरी ब्रिजेश प्रजापति के स्वामित्व वाली बताई जा रही है, जिसका उद्घाटन मात्र छह दिन पहले छोटी दिवाली पर किया गया था। स्थानीय निवासियों का कहना है कि फैक्टरी अभी पूरी तरह चालू ही हुई थी, और यह हादसा सुरक्षा मानकों की अनदेखी का नतीजा हो सकता है। प्रशासन ने तत्काल जांच के आदेश दिए हैं, जिसमें बॉयलर फटने के कारणों और फैक्टरी के लाइसेंस-परीक्षण की पड़ताल शामिल है।
औद्योगिक सुरक्षा पर सवाल
यह घटना एक बार फिर औद्योगिक सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि नई फैक्टरियों में नियमित निरीक्षण और प्रशिक्षित स्टाफ की कमी ऐसी दुर्घटनाओं को न्योता देती है। स्थानीय स्तर पर कड़े कदमों की मांग तेज हो गई है, ताकि मजदूरों की जान पर बन आए।






