मैनपुरी: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में एक सनसनीखेज घटनाक्रम में कोतवाली पुलिस ने दरोगा और सिपाही की वर्दी पहनकर चेकिंग के बहाने वसूली करने वाले कुख्यात मादक पदार्थ तस्कर शेषपाल यादव को बृहस्पतिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से 950 ग्राम चरस, 20 हजार रुपये की नकदी और एक बाइक बरामद हुई है। सीओ सिटी संतोष कुमार सिंह ने प्रेसवार्ता में इसकी जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी का लंबा आपराधिक इतिहास है, और वह कई जिलों में अपराध की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। पकड़े गए आरोपी को चालान कर जेल भेज दिया गया है।
सीओ सिटी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि सुबह मुखबिर की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने बाईपास रोड नगला शैतान के पास से शेषपाल यादव (निवासी: गांव जौनई, थाना जसवंत नगर, इटावा) को गिरफ्तार किया। उसके पास दो पैकेटों में लगभग 950 ग्राम चरस बरामद हुई, जिसकी बाजार मूल्य करीब 90 हजार रुपये आंकी गई है। पूछताछ में शेषपाल ने कबूल किया कि वह फिरोजाबाद, मैनपुरी, आगरा और इटावा जिलों में कई मादक पदार्थ तस्करी की वारदातों को अंजाम दे चुका है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया।
शेषपाल का आपराधिक इतिहास: महंगी बाइक का शौकीन, पुलिस पर गोली चलाने का दोषी
सीओ सिटी ने खुलासा किया कि शेषपाल यादव का अपराधी जीवन काफी लंबा है। फिरोजाबाद और इटावा में उसके खिलाफ करीब 22 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें लूट, जानलेवा हमला, धोखाधड़ी, चोरी और छेड़छाड़ जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं। वह कई बार जेल जा चुका है। विशेष रूप से, वह महंगी मोटरसाइकिलों का शौकीन है और अपराध की घटनाओं को इन्हीं से अंजाम देता था। मुख्य रूप से मादक पदार्थों की तस्करी उसका प्रमुख धंधा रहा है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि वर्ष 2022 में शेषपाल ने शिकोहाबाद पुलिस पर गोली चलाई थी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। उसके खिलाफ शिकोहाबाद पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई भी की थी। इस गिरफ्तारी से स्थानीय स्तर पर मादक पदार्थ तस्करी के नेटवर्क पर बड़ा झटका लगा है, और पुलिस अब उसके संभावित साथियों की तलाश में जुटी हुई है।
पुलिस की सतर्कता: नशे के खिलाफ अभियान तेज
सीओ सिटी ने कहा कि मैनपुरी पुलिस नशे के खिलाफ सतत अभियान चला रही है। इस तरह के तस्करों को पकड़ने के लिए मुखबिरों का नेटवर्क मजबूत किया गया है। उन्होंने जनता से अपील की कि ऐसी संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पुलिस को दें, ताकि क्षेत्र को नशामुक्त बनाया जा सके। यह गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश में मादक पदार्थ तस्करी पर सख्ती का उदाहरण है, जहां हाल के दिनों में कई जिलों में इसी तरह की कार्रवाइयां हुई हैं।