मोहाली/एजेंसी: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने मोहाली में खेले गए दूसरे वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया को 102 रनों से हराकर इतिहास रच दिया। यह ऑस्ट्रेलिया की वनडे क्रिकेट में रनों के अंतर से सबसे बड़ी हार है। इस जीत ने न केवल ऑस्ट्रेलिया की लगातार 13 वनडे जीतों के सिलसिले को तोड़ा, बल्कि भारत ने 18 साल बाद घरेलू मैदान पर ऑस्ट्रेलिया को हराने का कारनामा भी किया। भारत ने आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया को फरवरी 2007 में घरेलू सरजमीं पर हराया था।
मैच का लेखा-जोखा
भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शानदार प्रदर्शन किया और निर्धारित 50 ओवरों में 292/10 रन बनाए। [Smrati Mandhana- 117(91)] ने भारत के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। जवाब में, ऑस्ट्रेलियाई टीम 190 रनों पर ढेर हो गई। भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को बांधे रखा। क्रांति गौड़ ने 9.5/1/28/3 ने विशेष रूप से प्रभावित किया।
ऐतिहासिक जीत का महत्व
यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक मील का पत्थर है। ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को उनके घर में हराना न केवल टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाएगा, बल्कि विश्व क्रिकेट में भारतीय महिला क्रिकेट की स्थिति को और मजबूत करेगा। इस जीत ने यह भी साबित किया कि भारतीय टीम किसी भी परिस्थिति में बड़े मुकाबलों में दबदबा बना सकती है।
प्रशंसकों का उत्साह
सोशल मीडिया पर प्रशंसकों ने भारतीय टीम की इस उपलब्धि की जमकर तारीफ की। #IndianWomenCricket और #HistoricWin जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। एक प्रशंसक ने लिखा, “भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने दिखा दिया कि वे किसी से कम नहीं! मोहाली में ऑस्ट्रेलिया को हराना गर्व का पल है।”
आगे की राह
इस जीत के साथ भारतीय टीम सीरीज में [सीरीज की स्थिति, यदि उपलब्ध हो] की बढ़त बना चुकी है। अगला मैच [स्थान और तारीख, यदि उपलब्ध हो] को खेला जाएगा, जहां भारत इस लय को बरकरार रखने की कोशिश करेगा।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की इस शानदार जीत ने न केवल देश का गौरव बढ़ाया है, बल्कि युवा क्रिकेटरों के लिए एक प्रेरणा भी स्थापित की है।