तनौरा-बुर्ज तक पहुंचा जलस्तर, कई गांवों में अलर्ट,प्रशासन ने की अपील
फतेहाबाद/आगरा: यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। सदर तहसील के गांव मेहरा नाहरगंज में ग्रामीणों द्वारा बनाया गया रोका टूट गया, जिससे पानी तेज़ी से खेतों में घुस आया। वहीं तनौरा गांव में नदी का पानी ओवरफ्लो होकर फसलों को डुबाने लगा है।

किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। कहीं मिट्टी के बंधे बनाए जा रहे हैं, तो कहीं गोभी और मिर्च की पौध उखाड़कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाई जा रही है। जलस्तर लगातार बढ़ा तो आज रात तक पुराना तनौरा मार्ग पूरी तरह बंद हो सकता है।
यमुना का पानी अब बुर्ज गांव की आबादी तक पहुंच चुका है। हालात बिगड़ते देख मेहरा नाहरगंज के ग्रामीण अपने घरेलू सामान और पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने में जुटे हैं। प्रभावित परिवारों के लिए सरकनखेड़ा विद्यालय में राहत शिविर की व्यवस्था की गई है।
इसी बीच, तहसील फतेहाबाद के पारौली सिकरवार गांव में खेतों में फंसे ग्रामीणों को स्थानीय लोगों ने रस्सी और ट्यूब के सहारे बाहर निकाला। उधर, जोनेश्वर घाट की 15 सीढ़ियां पानी में डूब चुकी हैं, जो बाढ़ की भयावह तस्वीर पेश कर रही हैं।

एसडीएम सदर सचिन राजपूत और नायब तहसीलदार रजनीश रंधावा ने लोगों से अपील की है कि वे नदी की ओर न जाएं और न ही अपने पशुओं को वहां ले जाएं। उन्होंने चेतावनी दी कि जिन गांवों में पानी घुसने की संभावना है, वहां के लोग तुरंत बाढ़ राहत शिविरों में पहुंचें। प्रशासन की ओर से उनके रहने और खाने की पूरी व्यवस्था की गई है।
वहीं एसडीएम फतेहाबाद स्वाति शर्मा और तहसीलदार बबलेश कुमार ने नगरिया रामकरन और ईधौन पहुंचकर बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का जायजा लिया और ग्रामीणों को सतर्क रहने की हिदायत दी।
रिपोर्ट – सुशील गुप्ता





