रिपोर्ट 🔹 सुनील गुप्ता
एटा। उत्तर प्रदेश के एटा जिले के कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव असरौली में गम का पहाड़ टूट पड़ा है। राजस्थान के दौसा जिले में बुधवार (13 अगस्त 2025) तड़के हुए भीषण सड़क हादसे में 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जिनमें 7 बच्चे और 4 महिलाएं शामिल हैं। मृतकों में 9 असरौली और 2 फिरोजाबाद के निवासी हैं। हादसे में 12 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनका इलाज जयपुर और दौसा के अस्पतालों में चल रहा है।
कैसे हुआ था हादसा?
खाटूश्यामजी मंदिर के दर्शन कर लौट रहे असरौली गांव के 42 श्रद्धालु दो पिकअप वाहनों में सवार थे। हादसा नेशनल हाईवे-148 पर दौसा-मानोहरपुर रोड के बापी गांव के पास सुबह करीब 3:30 बजे हुआ, जब एक पिकअप वैन खड़े कंटेनर से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मौके पर ही 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक घायल ने जयपुर के एसएमएस अस्पताल में दम तोड़ दिया। हादसाग्रस्त वैन में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे सवार थे।
मृतकों और घायलों की सूची
पुलिस और प्रशासन के अनुसार, मृतकों में शामिल हैं:
प्रियंका (25 वर्ष), पत्नी संजीव, असरौली
शीला (28 वर्ष), पत्नी जयप्रकाश, असरौली
सोनम (27 वर्ष), पत्नी रवि, असरौली
पूर्वी (3 Just), पुत्री संजीव, असरौली
लक्ष्य उर्फ निर्मल (6 वर्ष), पुत्र जयप्रकाश, असरौली
वैष्णवी (7 वर्ष), पुत्री सौरभ, असरौली
महक (7 वर्ष), पुत्री श्याम सुंदर, खेरा, फिरोजाबाद
सलोनी (9 वर्ष), पुत्री देवलाल, खेरा, फिरोजाबाद
मिष्ठी (1 वर्ष), पुत्री रवि, असरौली
बाशू (3 वर्ष), पुत्री मनोज, असरौली
सौरभ (35 वर्ष), असरौली
घायलों में से 9 को गंभीर हालत में जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया है, जबकि अन्य का इलाज दौसा जिला अस्पताल में चल रहा है।
गांव में मातम, प्रशासन सक्रिय
हादसे की खबर मिलते ही असरौली गांव में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, हर घर से चीख-पुकार की आवाजें गूंज रही हैं। जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह, एसएसपी श्याम नारायण सिंह, एएसपी राजकुमार सिंह, और एडीएम प्रशासन सत्य प्रकाश सहित प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी गांव पहुंचे। डीएम ने बताया कि मृतकों और घायलों की सूची तैयार की गई है, और दौसा जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाए रखा जा रहा है। एक विशेष टीम को दौसा भेजा गया है, जो पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करेगी।
हादसे का कारण और ब्लैकस्पॉट की चिंता
पुलिस के अनुसार, हादसा एक खड़े ट्रेलर ट्रक से टक्कर के कारण हुआ। राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने बताया कि यह हाईवे का ब्लैकस्पॉट है, जहां पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और अवैध रूप से यात्रियों को ढोने वाले वाहनों की जांच पर सवाल उठाए हैं।
नेताओं ने जताया शोक
राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी ने भी संवेदना व्यक्त की हैं।
सड़क हादसों का बढ़ता ग्राफ
सड़क परिवहन मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में हर साल 11,000 से अधिक लोग सड़क हादसों में जान गंवाते हैं, जिससे यह देश के सबसे अधिक सड़क दुर्घटना वाले छह राज्यों में शामिल है। इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
यह दुखद घटना असरौली गांव के लिए एक बड़ा आघात है, जहां हर घर में मातम छाया हुआ है। प्रशासन और स्थानीय लोग राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं, लेकिन इस त्रासदी का दर्द लंबे समय तक गांव के दिलों में रहेगा।
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