• आगरा जिले के गिरते जल स्तर पर चिंता जताई गई।
• हर घर में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के लिए सरकारी अनुदान की मांग।
• फतेहाबाद के पुराने तहसील परिसर को मार्केट प्लेस और सामुदायिक भवन में बदलने का प्रस्ताव।
• क्षेत्रीय सड़क नेटवर्क को मजबूत करने के लिए नए मार्गों के चौड़ीकरण की सिफारिशें।
• मुख्यमंत्री का सकारात्मक रुख, शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन।
रिपोर्ट 🔹सुशील गुप्ता
फतेहाबाद (आगरा)। जिले में गिरते भूजल स्तर और क्षेत्रीय विकास से जुड़ी समस्याओं को लेकर सोमवार को जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. मंजू भदौरिया और पूर्व विधायक डॉ. राजेन्द्र सिंह ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने आगरा जिले को जल संकट से उबारने और फतेहाबाद क्षेत्र के विकास को गति देने हेतु कई महत्वपूर्ण सुझाव एवं प्रस्ताव मुख्यमंत्री के समक्ष रखे।
हर घर में हो वाटर हार्वेस्टिंग: मिला मुख्यमंत्री का ध्यान
मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए डॉ. भदौरिया ने बताया कि जिस तरह से स्वच्छ भारत मिशन के तहत सरकार द्वारा शौचालय निर्माण में अनुदान दिया जाता है, उसी तरह वर्षा जल संचयन प्रणाली (Rain Water Harvesting) को भी अनिवार्य कर, इसके लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
उन्होंने यह भी बताया कि सिर्फ 100 वर्ग मीटर की छत से प्रति वर्ष करीब 63,000 लीटर वर्षा जल का संचयन संभव है, जो जिले के गिरते जल स्तर को सुधारने में बड़ा योगदान दे सकता है।
फतेहाबाद क्षेत्र के विकास हेतु रखे गए अहम प्रस्ताव
- मुख्यमंत्री को सौंपे गए प्रस्तावों में फतेहाबाद की कई प्रमुख समस्याओं और संभावनाओं को शामिल किया गया:
- पुरानी तहसील परिसर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामुदायिक भवन और मार्केट प्लेस के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव।
- फतेहाबाद-रिहावली मार्ग, शमशाबाद-नया वांस मार्ग, और शमशाबाद-इनायतपुर देवरी मार्ग के चौड़ीकरण की मांग।
क्षेत्र में नई सड़कों के निर्माण के संबंध में भी प्रस्ताव दिए गए।
मुख्यमंत्री का सकारात्मक रुख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से सुना और जिले के जल प्रबंधन व अधोसंरचनात्मक विकास के प्रस्तावों पर समुचित कार्यवाही व सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जनसहभागिता और योजनाबद्ध प्रयासों से जल संकट जैसी गंभीर समस्या का समाधान संभव है।
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