लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए राज्य के सबसे लंबे कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त किया है। उन्होंने स्वतंत्र भारत में उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री पंडित गोविंद बल्लभ पंत के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यकाल के 8 वर्ष और 132 दिन पूरे कर लिए हैं, जो पंडित गोविंद बल्लभ पंत के 8 वर्ष और 127 दिन के कार्यकाल से अधिक है। यह उपलब्धि न केवल उनके दृढ़ नेतृत्व को दर्शाती है, बल्कि उत्तर प्रदेश की बदलती राजनीतिक तस्वीर का भी प्रतीक है।
योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय
योगी आदित्यनाथ, जिनका मूल नाम अजय सिंह बिष्ट है, का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के पंचूर गांव में हुआ था। सात भाई-बहनों में पांचवें स्थान पर जन्मे योगी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय स्कूलों में पूरी की। उन्होंने हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से गणित में स्नातक की डिग्री हासिल की।
1990 के दशक में योगी आदित्यनाथ का झुकाव आध्यात्मिकता और हिंदुत्व की ओर हुआ। वे गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मठ के महंत अवैद्यनाथ के शिष्य बने और 1994 में संन्यास ग्रहण कर लिया। इसके बाद उन्हें गोरखनाथ मठ का उत्तराधिकारी बनाया गया। संन्यास लेने के बाद उनका नाम अजय सिंह बिष्ट से योगी आदित्यनाथ हो गया।
योगी आदित्यनाथ का राजनीतिक सफर
राजनीति में प्रवेश करने से पहले योगी आदित्यनाथ ने सामाजिक और धार्मिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई। 1998 में पहली बार वे गोरखपुर से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। इसके बाद उन्होंने 1999, 2004, 2009 और 2014 में भी गोरखपुर से लोकसभा चुनाव जीता। 19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने से पहले वे एक सांसद के रूप में अपनी कट्टर हिंदुत्ववादी छवि और बेबाक बयानों के लिए जाने जाते थे।
योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में पहली बार शपथ ग्रहण की थी। 2017 के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को प्रचंड बहुमत मिला था, जिसके बाद योगी को सूबे की कमान सौंपी गई। उनके नेतृत्व में BJP ने 2022 के विधानसभा चुनावों में भी शानदार जीत हासिल की और योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। उत्तर प्रदेश जैसे विशाल और जटिल राजनीतिक परिदृश्य वाले राज्य में लगातार दो बार सत्ता में बने रहना उनकी लोकप्रियता और कुशल नेतृत्व का प्रमाण है।

गोविंद बल्लभ पंत का रिकॉर्ड तोड़ा
पंडित गोविंद बल्लभ पंत, जो स्वतंत्र भारत में उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री थे, ने 1937 से 1939 और फिर 1946 से 1954 तक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। उनका कुल कार्यकाल 8 वर्ष और 127 दिन रहा। योगी आदित्यनाथ ने इस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए न केवल एक नया कीर्तिमान स्थापित किया, बल्कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपनी मजबूत स्थिति को भी रेखांकित किया।
योगी सरकार की उपलब्धियां
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। उनकी सरकार ने कानून-व्यवस्था, बुनियादी ढांचे, औद्योगिक विकास और सामाजिक कल्याण योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया है। कुछ प्रमुख उपलब्धियां इस प्रकार हैं:
• कानून-व्यवस्था में सुधार: योगी सरकार ने राज्य में अपराध नियंत्रण और कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कठोर कदम उठाए। एनकाउंटर नीति और माफिया के खिलाफ कार्रवाई ने उनकी सरकार को एक सख्त प्रशासक के रूप में पहचान दिलाई।
• बुनियादी ढांचे का विकास: योगी के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में सड़कों, एक्सप्रेसवे और हवाई अड्डों का तेजी से विकास हुआ। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, गंगा एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे जैसे मेगा प्रोजेक्ट्स इसका उदाहरण हैं।
• औद्योगिक निवेश: योगी सरकार ने ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ को बढ़ावा देते हुए उत्तर प्रदेश को निवेश के लिए आकर्षक गंतव्य बनाया। इन्वेस्टर्स समिट और विभिन्न नीतियों के जरिए राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित किया गया।
• सामाजिक कल्याण योजनाएं: गरीबों और वंचित वर्गों के लिए कई योजनाएं शुरू की गईं, जिनमें मुफ्त राशन वितरण, आयुष्मान भारत योजना, उज्ज्वला योजना और किसानों के लिए कर्जमाफी शामिल हैं।
• कोविड-19 प्रबंधन: योगी सरकार ने कोविड-19 महामारी के दौरान बेहतर प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा प्राप्त की। ऑक्सीजन की उपलब्धता, टेस्टिंग और टीकाकरण अभियान में उत्तर प्रदेश ने देश में अग्रणी भूमिका निभाई।
चुनौतियां और आलोचनाएं
योगी आदित्यनाथ का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा रहा है, लेकिन उनकी सरकार को कई आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा है। विपक्षी दलों ने उनकी नीतियों को ध्रुवीकरण करने वाला बताया है। बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की मांग समय-समय पर उठती रही है। फिर भी, योगी की सख्त प्रशासनिक छवि और जनता के बीच उनकी लोकप्रियता ने उन्हें एक मजबूत नेता के रूप में स्थापित किया है।
जनता और नेताओं की प्रतिक्रिया
योगी आदित्यनाथ की इस उपलब्धि पर BJP नेताओं और समर्थकों ने खुशी जाहिर की है। पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने इसे उत्तर प्रदेश में BJP की मजबूत स्थिति और योगी के नेतृत्व का प्रमाण बताया है। सोशल मीडिया पर #YogiAdityanath और #UPCM जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं, जहां लोग उनकी उपलब्धियों की सराहना कर रहे हैं। आम जनता में भी इस उपलब्धि को लेकर उत्साह देखा जा रहा है।
भविष्य की संभावनाएं
योगी आदित्यनाथ का यह रिकॉर्ड न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि उत्तर प्रदेश में BJP की सतत सत्ता का भी प्रतीक है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि योगी का यह कार्यकाल 2027 के विधानसभा चुनावों में भी BJP के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करेगा। इसके साथ ही, उनकी राष्ट्रीय राजनीति में बढ़ती भूमिका को लेकर भी चर्चाएं तेज हो रही हैं।
योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री बनकर इतिहास रच दिया है। एक साधारण पृष्ठभूमि से निकलकर संन्यासी, सांसद और फिर मुख्यमंत्री बनने तक का उनका सफर प्रेरणादायक है। उनके कार्यकाल में उत्तर प्रदेश ने विकास और कानून-व्यवस्था के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छुई हैं। यह उपलब्धि उनके समर्थकों के लिए गर्व का विषय है और भविष्य में उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश और अधिक प्रगति की राह पर अग्रसर हो सकता है।
___________