सालों से बिना खंभों के झूल रही हैं ज़िंदगियाँ, हादसे को दावत!
रिपोर्ट 🔹रोहित साहू
गुरसरांय (झांसी)। क्या आपने कभी ऐसी बिजली देखी है जो हवा में तैरती हो, खतरे के तारों से लटकती हो और जनता की जान से खिलवाड़ करती हो? अगर नहीं, तो चलिए आपको ले चलते हैं गुरसरांय के वार्ड नंबर 15 की उस भयावह सच्चाई के बीच — जहाँ बिजली के खंभे सालों से गायब हैं, लेकिन विभाग की नींद अब तक नहीं टूटी!
जैन स्कूल के पास रहने वाले करीब 30 परिवार, सालों से विद्युत खंभों के अभाव में जुगाड़ की बिजली पर जीने को मजबूर हैं। लटकती तारें, घरों की छतों से गुज़रती डोरियाँ और हर दिन किसी बड़े हादसे का खौफ — यही इनकी नियति बन चुकी है।
24 जुलाई गुरुवार को स्थिति तब और भयावह हो गई, जब एक भू-स्वामी ने अपने निर्माणाधीन मकान के चलते लगभग 25 घरों की बिजली की डोरियाँ हटा दीं।
अब हालात ये हैं कि गर्मी से बेहाल बुज़ुर्ग, महिलाएँ और मासूम बच्चे अंधेरे में तप रहे हैं, और बिजली विभाग अभी भी “फाइल चल रही है” की थकाऊ भाषा बोल रहा है।
समाजसेवी और राष्ट्रभक्त संगठन के नगर अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनी (बल्ले) ने इस गंभीर समस्या को लेकर गरौठा विधायक जवाहरलाल राजपूत और उपखंड अधिकारी शाश्वत सिंह को ज्ञापन सौंपा और तत्काल खंभे लगाए जाने की मांग की।
नगर अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनी बोले –
“ये कोई मामूली समस्या नहीं, यह लोगों की जान से जुड़ा मामला है। अगर अब भी विद्युत विभाग नहीं चेता, तो हम सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे।”
“हर कीमत पर लगवाएंगे खंभे” – विधायक राजपूत
जब गरौठा विधायक जवाहरलाल राजपूत से इस विद्युत संकट पर बात की गई, तो उन्होंने कहा – “मुझे इस पूरी समस्या की जानकारी दी गई है। मैं विद्युत विभाग को निर्देश दूँगा कि तत्काल खंभे लगाकर इस खतरे को समाप्त किया जाए। लोगों की तकलीफ अब और बर्दाश्त नहीं।”
अब देखना यह है कि प्रशासन और विभाग इस चेतावनी को कितनी गंभीरता से लेते हैं, या फिर वार्ड नंबर 15 के निवासी आने वाले हादसे की घड़ी गिनते रहेंगे!
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