समाचार सार:
फतेहाबाद तहसील में यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया है। उपजिलाधिकारी अभय सिंह की देखरेख में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। छह बाढ़ चौकियां और दस राहत शिविर बनाए गए हैं। 15 गोताखोर व 8 नाविक अलर्ट पर हैं। लेखपालों व राशन डीलरों को क्षेत्र में मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं। प्रभावित गांवों की निगरानी जारी है।
• यमुना में बढ़ते जलस्तर से मची हलचल, प्रशासन ने 6 बाढ़ चौकियां व 10 राहत शिविर किए सक्रिय; कंट्रोल रूम भी स्थापित
रिपोर्ट 🔹सुशील गुप्ता
फतेहाबाद/आगरा। यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने के चलते फतेहाबाद तहसील प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। उपजिलाधिकारी अभय सिंह के नेतृत्व में बाढ़ से निपटने की तैयारियों को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। तहसील कार्यालय में एक विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसका मोबाइल नंबर 9454419023 जारी किया गया है। कंट्रोल रूम की जिम्मेदारी राजस्व निरीक्षक जितेंद्र सिंह को दी गई है, जबकि सहायक के तौर पर कोमल सिंह और रहीस खां को तैनात किया गया है।
प्रशासन ने छह बाढ़ चौकियां बनाकर स्थिति पर निगरानी तेज कर दी है। ये चौकियां नरि, भोलपुरा, नगला बेहड़, लुहारी फतेहाबाद, पारौली सिकरवार और भलोखरा गांवों में स्थापित की गई हैं।
आपात स्थिति में राहत पहुंचाने हेतु दस सहायता शिविर भी बनाए गए हैं जो कोलारा कलां, डौकी, वाजिदपुर, मेवली कला, बेगमपुर, वरना, पारोली सिकरवार और भलोखरा जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में लगाए गए हैं।
प्रभावित गांवों की सूची में अई, बमरौली, भरापुर, गिदरौन, बिचोला, ईधौन हिमायुपुर, मेहरा चौधरी, मडाइना, मेवली खुर्द, मुरावल, मुटावई, शायदपुर, वरीपुरा, सिकरारा स्वारा, उझावली, सिलावली, बेहड़ी, धौर्रा जैसे गांव प्रमुख हैं।
प्रशासन ने 15 गोताखोरों और 8 नाविकों को हाई अलर्ट पर रखा है। साथ ही सभी लेखपालों व राशन डीलरों को अपने-अपने क्षेत्रों में मौजूद रहने और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कंट्रोल रूम को सूचित करने के निर्देश दिए गए हैं।
बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासनिक तैयारी पूरी है, अब निगाहें यमुना के जलस्तर पर टिकी हैं।
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