📍समाचार सार
आगरा के फतेहाबाद कस्बे में आठ साल के मासूम अभय प्रताप का अपहरण कर हत्या कर दी गई। आरोपियों ने 80 लाख की फिरौती मांगने के लिए परिवार को कई खत भेजे, लेकिन हत्या के कुछ ही घंटों बाद मासूम को मार डाला गया। आरोपी कृष्णा और राहुल, जो मृतक के घर के पास रहते थे, ने बच्चे को बहला-फुसलाकर स्कूटी पर बैठाया और रास्ते में उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। बाद में लाश को प्लास्टिक के बोरे में भरकर राजस्थान के मनिया क्षेत्र में गड्ढा खोदकर दबा दिया। पुलिस ने जांच के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया और 80 दिन बाद मासूम की लाश बरामद की।
रिपोर्ट 🔹सुशील गुप्ता
फतेहाबाद/ आगरा। आगरा के फतेहाबाद कस्बे में इंसानियत को झकझोर देने वाली सनसनीखेज वारदात! आठ साल के अभय प्रताप का पहले अपहरण, फिर हत्या… और फिर परिजनों को 80 लाख की फिरौती के लिए भेजे गए चार खत!
जिन दो दरिंदों ने इस वारदात को अंजाम दिया, वो कोई अनजान नहीं थे, बल्कि मासूम के घर के ठीक सामने और पास ही रहते थे। राहुल और कृष्णा उर्फ भजन लाल ने अभय को टॉफी का लालच देकर बहलाया, स्कूटी पर बैठाया और रास्ते में गला घोंटकर मार डाला।
मासूम की लाश को प्लास्टिक के बोरे में बंदकर स्कूटी पर रखा और राजस्थान के मनिया गांव ले जाकर गड्ढा खोदकर जमीन में दबा दिया।
सबसे चौंकाने वाला खुलासा –
कृष्णा का जन सेवा केंद्र अभय के घर से चंद कदम की दूरी पर है। पुलिस जब खोजबीन कर रही थी, वह वहीं बैठकर पुलिसकर्मियों से सामान्य बातचीत करता रहा।
खतों ने खोली पोल –
परिवार को भेजे गए फिरौती के खतों की भाषा ने ही आरोपियों की पहचान करा दी। पुलिस को शक हुआ और राहुल व कृष्णा को दबोच लिया।
80 दिन की तलाश का दुखद अंत –
राजस्थान के एक खेत में बोरी से निकली लाश ने इलाके में कोहराम मचा दिया। अब दोनों आरोपी सलाखों के पीछे हैं, लेकिन मासूम की बेरहमी से गई जान ने पूरे इलाके को दहला दिया है।
पुलिस उपायुक्त पूर्वी सैयद अली अब्बास ने बताया
अभियुक्त कृष्णा को शनिवार को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर प्रतापपुरा अंडरपास के पास से दबोचा गया, जबकि उसके साथी राहुल को रविवार सुबह फतेहाबाद-निबोहरा मार्ग स्थित रेलवे अंडरपास के पास से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ के दौरान अभियुक्त कृष्णा ने खुलासा किया कि उसका विजय प्रकाश से झगड़ा हो गया था। इसी रंजिश के चलते उसने बालक का अपहरण करने की साजिश रची और उसे अंजाम दिया।
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