आगरा: जिले के महारानी बाग कॉलोनी में साइबर ठगों का नया जाल बुना। वरिष्ठ नागरिक अभिलाषा देवी (68) के बैंक खाते से 17-18 अक्टूबर को मात्र दो दिनों में 7.24 लाख रुपये गायब हो गए। पहली निकासी 3.63 लाख, दूसरी 3.61 लाख – दोनों ऑनलाइन पेमेंट लिंक और थर्ड-पार्टी ऐप के जरिए। परिवार ने बैंक होल्ड लगवाया, साइबर थाने में मुकदमा दर्ज। विशेषज्ञों का शक फिशिंग या रिमोट एक्सेस फ्रॉड पर। शहर में सीनियर सिटिजन्स को निशाना बनाने के ऐसे केस बढ़ रहे हैं, जहां डिजिटल अरेस्ट जैसे तरीके आम हो गए।

महारानी बाग कॉलोनी की निवासी अभिलाषा देवी पेंशनभोगी हैं। उनके मुताबिक, 17 अक्टूबर सुबह एक SMS आया – “आपका अकाउंट वेरिफाई करें, अन्यथा होल्ड हो जाएगा।” लिंक पर क्लिक करने के बाद स्क्रीन पर “सुरक्षा चेक” का पॉप-अप आया, जिसमें OTP डालने को कहा। अभिलाषा ने अपना मोबाइल नंबर से OTP शेयर किया। उसी शाम कैनरा बैंक (सेविंग अकाउंट नंबर: XX4567) से 3.63 लाख रुपये का ट्रांजैक्शन हुआ – रिसीवर: fakeinvestment@paytm (दिल्ली आधारित मर्चेंट)।

परिजनों ने इसे बैंक एरर समझा। लेकिन 18 अक्टूबर दोपहर फिर SMS आया – “अपडेटेड KYC के लिए ऐप डाउनलोड करें।” इस बार AnyDesk जैसे रिमोट एक्सेस ऐप इंस्टॉल करवाया गया। स्क्रीन शेयरिंग के बहाने 3.61 लाख और निकल गए – रिसीवर: thirdpartyloan@upi (मुंबई IP)। कुल 7.24 लाख गायब। बेटे ने तुरंत बैंक पहुंचे, जहां मैनेजर ने अकाउंट होल्ड कर दिया। बैंक ने 1930 हेल्पलाइन पर रिपोर्ट की और पुलिस शिकायत की सलाह दी।

साइबर थाना एक्शन – जांच डिटेल्स:

  • FIR नंबर: 1123/2025 (18 अक्टूबर)
  • धाराएं: 420 (धोखाधड़ी), IT Act 66C (ID थेफ्ट), 66D (इंपर्सनेशन)
  • ट्रांजैक्शन ब्रेकडाउन:
    तारीख राशि (₹) तरीका IP लोकेशन
    17-Oct 3.63 लाख UPI लिंक दिल्ली
    18-Oct 3.61 लाख थर्ड-पार्टी ऐप मुंबई
  • साइबर इंस्पेक्टर का बयान: “यह क्लासिक फिशिंग + रिमोट एक्सेस फ्रॉड है। ठग OTP और स्क्रीन कंट्रोल लेकर धीरे-धीरे निकासी करते हैं। IP ट्रेसिंग से दिल्ली-मुंबई लिंक मिला, लेकिन VPN यूज कर रहे हैं।”

पुलिस ने बैंक स्टेटमेंट, SMS स्क्रीनशॉट्स और ऐप इंस्टॉलेशन लॉग्स जब्त किए। जांच में पता चला कि अभिलाषा का फोन पहले से मॉनिटर हो रहा था – संभवतः फर्जी कस्टमर केयर कॉल (बैंक नंबर स्पूफिंग) से।

आगरा में साइबर फ्रॉड ट्रेंड – सीनियर सिटिजन्स टारगेट: शहर में पिछले एक महीने (अक्टूबर 2025) में साइबर ठगी के 89 केस दर्ज, जिनमें 42% वरिष्ठ नागरिकों से जुड़े। उदाहरण:

  • दयालबाग में बुजुर्ग दंपति को डिजिटल अरेस्ट कर 59 लाख ठगे गए (13 अक्टूबर) – CBI अफसर बनकर मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाया।
  • जुलाई में जल निगम रिटायर्ड महिला से 65 लाख की ठगी – डिजिटल अरेस्ट ट्रिक।
  • अंतरराष्ट्रीय गैंग ने 500 करोड़ की ठगी, युवाओं को कंबोडिया भेजकर फोर्स्ड फ्रॉड।

साइबर एक्सपर्ट्स के अनुसार, ठग अब AI वॉयस क्लोनिंग और डीपफेक वीडियो यूज कर रहे हैं। आगरा साइबर सेल ने वर्कशॉप शुरू की – “साइबर सेफ्टी फॉर सीनियर्स”।

पुलिस एडवाइजरी – बचाव के टिप्स:

  • ❌ अनजान SMS लिंक पर क्लिक न करें, QR कोड स्कैन न करें।
  • ❌ फर्जी कस्टमर केयर को OTP/पिन न शेयर करें।
  • ✅ बैंकिंग केवल आधिकारिक ऐप (SBI YONO, HDFC etc.) से।
  • ✅ सीनियर्स के लिए फैमिली में टू-फैक्टर OTP शेयरिंग सेटअप।
  • 🚨 संदेह पर 1930 डायल या cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट।

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