फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के टूंडला स्थित गार्डन पुल पर मंगलवार शाम एक युवक ने यमुना नदी में छलांग लगा दी। घटना के बाद से 20 वर्षीय आकाश पारौली सिकरवार लापता है। परिजनों का आरोप है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि नगला सिंघी क्षेत्र के एक गांव में मारपीट के बाद उसे नदी में फेंक दिया गया। बुधवार सुबह गोताखोरों के न पहुंचने पर आक्रोशित परिजनों ने पुल पर जाम लगा दिया, जिससे क्षेत्र में वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। एक घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने आश्वासन देकर जाम खुलवाया।
घटना का विवरण
आगरा के थाना फतेहाबाद अंतर्गत गांव पारौली सिकरवार निवासी आकाश (20) मंगलवार सुबह घर से “जरूरी काम” का हवाला देकर निकला था। उसके चाचा राजकुमार के अनुसार, आकाश उनके साथ ट्रक चलाता था। शाम करीब साढ़े पांच बजे वह गार्डन पुल पर पहुंचा। यहां उसने परिजनों को फोन किया और यमुना में छलांग लगाने की बात कही। परिजनों ने उसे बहुत मनाया, लेकिन आकाश ने पुल से कूद लिया।
मौके पर पहुंचे परिजनों ने थाना नगला सिंघी और फतेहाबाद पुलिस को सूचना दी। अंधेरा होने के कारण तत्काल तलाश संभव न होने पर पुलिस ने गोताखोरों की मदद से सुबह खोजबीन करने का भरोसा दिलाया। रात भर परिजन चिंता में डूबे रहे।
परिजनों का आक्रोश और जाम
बुधवार सुबह परिजन दोबारा घटनास्थल पर पहुंचे। लेकिन न तो गोताखोर आए और न ही फतेहाबाद थाने की पुलिस ने कोई कार्रवाई दिखाई। गुस्साए परिजनों ने सड़क पर एक वाहन तिरछा खड़ा कर जाम लगा दिया। इससे नगला सिंघी और फतेहाबाद क्षेत्र से गुजरने वाले वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। यातायात पूरी तरह ठप हो गया, जिससे राहगीरों में असुविधा हुई।
जाम की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष नगला सिंघी पारुल मिश्रा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचीं। उन्होंने परिजनों से बातचीत की और आश्वासन दिया कि गोताखोरों को बुलाया जा रहा है। करीब एक घंटे बाद गोताखोर टीम पहुंची। उचित कार्रवाई का वादा मिलने पर परिजनों ने जाम खोला। थानाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि यह मामला थाना फतेहाबाद क्षेत्र का है, और वहां की पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
गंभीर आरोप: मारपीट और हत्या का संदेह
आकाश के चाचा राजकुमार ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए गंभीर बात कही। उन्होंने बताया, “आकाश के साथ नगला सिंघी क्षेत्र के एक गांव में मारपीट हुई। उसके बाद उसे यमुना में फेंक दिया गया। यह आत्महत्या नहीं, हत्या है।” राजकुमार ने मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सजा दी जाए। परिजनों का कहना है कि आकाश मानसिक रूप से स्वस्थ था और कोई पारिवारिक समस्या नहीं थी।
तलाश अभियान जारी
फिलहाल, गोताखोरों की टीम यमुना नदी में आकाश की तलाश में जुटी हुई है। पुल के आसपास के इलाकों में भी सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पुलिस ने कहा कि जल स्तर अधिक होने के कारण तलाश में समय लग सकता है, लेकिन कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। अगर आकाश सुरक्षित मिलता है, तो यह राहत की बात होगी, वरना परिजनों का आक्रोश फिर भड़क सकता है।
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