कासगंज। सेल्फी का शौक जानलेवा साबित हुआ। गुरुवार देर शाम कासगंज की नदरई हजारा नहर में एक महिला उस वक्त नहर में जा गिरी, जब वो मोबाइल से सेल्फी ले रही थी। महिला का पैर फिसला और कुछ ही सेकेंड में वो तेज बहाव वाली नहर में समा गई। घटना महिला के पति और बच्चों के सामने हुई, चीख-पुकार मच गई — लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
बदायूं से घूमने आए थे कासगंज
घटना में लापता हुई महिला की पहचान शबाना (उम्र 30 वर्ष) के रूप में हुई है, जो जनपद बदायूं, थाना बिल्सी निवासी सहाने आलम की पत्नी हैं। गुरुवार को सहाने आलम अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ कार में सवार होकर कासगंज के मशहूर पिकनिक स्पॉट नदरई हजारा नहर घूमने पहुंचे थे।
शाम करीब 7:15 बजे, जब सूरज ढल रहा था और नहर किनारे का दृश्य खूबसूरत लग रहा था — शबाना ने मोबाइल निकाला और किनारे खड़े होकर सेल्फी लेने लगीं। इसी दौरान एक चूक हो गई — पैर फिसला, संतुलन बिगड़ा, और शबाना तेज बहाव में बह गईं।
पति की चीख सुन दौड़े लोग, फिर बुलाई गई पुलिस
शबाना के डूबते ही पति सहाने आलम ने शोर मचाया। आसपास के लोग दौड़े, लेकिन कोई उसे बचा नहीं सका। पुलिस को तुरंत सूचना दी गई। कुछ ही देर में कोतवाली पुलिस, पीएसी, और स्थानीय गोताखोर मौके पर पहुंच गए और महिला की तलाश शुरू कर दी गई।
पुलिस की पुष्टि, सर्च ऑपरेशन जारी
सदर सीओ आंचल चौहान ने पुष्टि की है कि महिला की नहर में डूबने की घटना सेल्फी लेते समय हुई है और लगातार तलाश की जा रही है। तेज बहाव और अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू में दिक्कतें आ रही हैं, लेकिन टीमें तैनात हैं।
सेल्फी की सनक या लापरवाही?
ये कोई पहली घटना नहीं है जब सेल्फी लेने के चक्कर में जान चली गई हो। हर साल दर्जनों हादसे ऐसे होते हैं, जब लोग जोखिम वाले स्थानों पर सिर्फ एक ‘परफेक्ट फोटो’ के लिए अपनी जान दांव पर लगा देते हैं। इस हादसे ने दो मासूम बच्चों की मां को उनसे छीन लिया ।