फिरोजाबाद के टूंडला में पचोखरा थाना क्षेत्र में एक हफ्ते से लापता युवक का कंकाल खेत में पड़ा मिला है। परिजन ने गांव के ही पिता-पुत्र सहित तीन लोगों के विरुद्ध हत्या का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है। वहीं परिजन ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया। युवक के अवशेषों को उठने नहीं दिया। पुलिस ने परिजन को समझाते हुए कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। वहीं एसएसपी ने इस मामले में प्रतिवादियों से मिलीभगत के आरोप में उपनिरीक्षक को लाइनहाजिर किया है।

थाना पचोखरा के गांव हिम्मतपुर निवासी 22 वर्षीय उस्मान मजदूरी करता था। गांव के ही पिंटू शर्मा का खेत था। परिजन का आरोप है कि तीन मई दोपहर को उस्मान घर से गया था। इसी दिन पिंटू आदि ने पेट्रोल पंप पर उसके साथ मारपीट की थी। उसके बाद वह घर नहीं लौटा था। परिजन ने उसकी काफी तलाश की थी, उसका कही सुराग नहीं लगा था। शनिवार दोपहर गांव से एक किलोमीटर दूर सड़क के पास लोगों ने नर कंकाल देखा तो लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई।

मौके पर पहुंची पुलिस ने जब छानबीन तो पुलिस को कद्दू के खेत में कंकाल के पास पेंट, चप्पल, बनियान व पेड़ पर लटकी शर्ट और गड्ढे में मोबाइल मिला। जिसके आधार पर नर कंकाल की पहचान उस्मान के रूप में हुई। पिता मुश्ताक ने हत्या का आरोप लगाते हुए पिंटू शर्मा, उसके पुत्र अन्नू शर्मा व रिश्तेदार राहुल निवासी हिम्मतपुर थाना पचोखरा के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने इधर-उधर बिखरे कंकाल को एकत्रित कर पोस्टमार्टम व फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है।

परिजन ने किया विरोध, नहीं उठने दिए शव के अवशेष

पुलिस द्वारा एकत्रित कंकाल को परिजन ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए उठने नहीं दिया। परिजन ने हंगामा करते हुए आरोपियों की पहले गिरफ्तारी उसके बाद कंकाल रूपी शव को उठाने की बात कही। इस दौरान पहुंचे एसपी सिटी रविशंकर प्रसाद ने परिजन व ग्रामीणों को समझाते हुए उन्हें शांत करया।

कुत्तों व जंगली जानवरों ने खाया शव

पुलिस के मुताबिक मृतक का शव कई हिस्सों में अलग-अलग स्थानों से मिला है। हाथ कहीं, पैर कहीं और सिर व धड़ का हिस्सा कहीं और स्थान से बरामद हुए हैं। माना जा रहा है कि शव को कुत्ते व जंगली जानवरों ने नोचते हुए इधर-उधर खींच ले गए हैं। इसके चलते युवक की हड्डियां इधर-उधर खेतों में मिली है।

हत्या की गुत्थी उलझी

अगर खेत में मिला नर कंकाल उस्मान का ही है तो उसकी हत्या क्यों की गई और किस प्रकार की गई। उस्मान की शर्ट पेड़ पर तो पेंट मोबाइल अलग-अलग स्थान पर मिले हैं। पुलिस इसकी गुत्थी में उलझी हुई है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस गुत्थी को सुलझा लिया जाएगा। पीड़ित परिवार का आरोप है कि वह एक सप्ताह से लगातार थाना पुलिस से संपर्क में थे। उसकी कोई भी सुनवाई नहीं कर रहा था। अगर समय रहते पुलिस सुनवाई कर लेती तो उसकी जान नहीं जाती। वहीं पुलिस अधिकारियों ने महज दरोगा को ही इसका जिम्मेदार मानते हुए हल्का इंचार्ज इंदल सिंह को लाइनहाजिर किया।

शव की पहचान को लेकर भी सवाल

हत्या के सात दिन के अंदर ही शव का कंकाल बनना किसी के भी गले नहीं उतर रहा। हालांकि गर्मी व जंगली जानवरों द्वारा शव को नोचने की बात कही जा रही है, किंतु जिस तरह शव का कंकाल बना है, उससे प्रतीत हो रहा है कि शव कम से कम 15-20 दिन से भी अधिक पुराना है। पुलिस भी प्रत्येक दृष्टिकोण से जांच कर रही है। सीओ विनीत कुमार का कहना है कि कंकाल के फॉरेंसिक और पोस्टमार्टम जांच के उपरांत ही पता चलेगा कि खेतों में मिला नर कंकाल उस्मान है या किसी ओर का। एसपी सिटी रवि शंकर प्रसाद ने बताया कि हत्या के खुलासे के लिए तीन टीमें गठित की गईं हैं, इसके साथ ही फॉरेंसिक टीम भी काम कर रही है। जल्द ही हत्या का खुलासा कर हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। लापरवाही बरतने के कारण दरोगा को लाइन हाजिर किया गया है।

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