प्रयागराज: श्री कृष्ण जन्मभूमि और ईदगाह मस्जिद विवाद से जुड़े मामलों पर शुक्रवार को प्रयागराज हाईकोर्ट में अहम सुनवाई हुई। अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अगली सुनवाई की तारीख 4 जुलाई तय की है।

श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर का पक्ष रख रहे अधिवक्ता दिनेश फलाहारी ने बताया कि मुगल शासक औरंगजेब द्वारा श्री कृष्ण के जन्मस्थान पर किए गए कथित अवैध कब्जे को हटाने की मांग को लेकर कोर्ट में 18 मुकदमे चल रहे हैं।

पिछली सुनवाई में हिंदू पक्ष की ओर से राधा रानी को पार्टी बनाए जाने की मांग पर बहस हुई थी, जिसे स्वयं हिंदू पक्ष के ही एक धड़े ने विरोध किया। एक ओर जहां कुछ लोगों ने राधा रानी को जरूरी पक्ष बताया, वहीं अन्य ने आशंका जताई कि इससे मुकदमा अनावश्यक रूप से लंबा खिंच सकता है। शुक्रवार को अधिवक्ता रीना एन. सिंह ने रुक्मणी जी को भी पक्षकार बनाए जाने की मांग की, जिस पर बहस हुई।

हिंदू पक्ष की ओर से अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने अदालत से मांग की कि ईदगाह मस्जिद को ‘विवादित ढांचा’ घोषित किया जाए। इस पर मुस्लिम पक्ष ने आपत्ति जताते हुए कहा कि ऐसा होने पर वे वहां नमाज अदा नहीं कर पाएंगे। हिंदू पक्ष का कहना था कि 1992 से पहले उस स्थल पर नमाज नहीं पढ़ी जाती थी।

दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद माननीय हाईकोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 4 जुलाई की तारीख तय कर दी है। अब इस दिन मामले के भविष्य की दिशा और संभावित निर्णय को लेकर अहम बहस हो सकती है।

राहुल गौड एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में कार्य करने का 10 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा में सक्रिय रहते हुए उन्होंने विभिन्न समाचार माध्यमों के लिए निष्पक्ष और प्रभावशाली रिपोर्टिंग की है। उनके कार्य में स्थानीय मुद्दों की गंभीर समझ और जनसरोकार से जुड़ी पत्रकारिता की झलक मिलती है।

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