आगरा। शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और बच्चों के भविष्य को लेकर अभिभावकों का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा, जब अभिभावक संघ के नेतृत्व में दर्जनों अभिभावकों ने बीएसए कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने साफ चेतावनी दी- अब चुप नहीं बैठेंगे, जब तक निजी स्कूलों की लूट पर लगाम नहीं लगती।
प्रदर्शन के दौरान अभिभावकों ने प्रशासनिक अधिकारी आनंद मोहन श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपा, जिसमें निजी स्कूलों की फीस लूट, महंगी किताबों की जबरदस्ती और शिक्षा की गिरती गुणवत्ता पर खुलकर सवाल उठाए गए।
क्या बोले अभिभावक?
अभिभावक संघ के संयोजक डॉ. मदन मोहन शर्मा ने दो टूक कहा, “ये कैसा सिस्टम है जहां एक कक्षा में 80 से ज्यादा बच्चे ठूंसे जा रहे हैं, और महंगी किताबें थोपकर अभिभावकों की जेब काटी जा रही है? जब तक कार्रवाई नहीं होती, आंदोलन रुकेगा नहीं।”
- ज्ञापन में उठाये गये अहम मुद्दे
- मनमानी फीस वृद्धि का विरोध।
- एनसीईआरटी के बजाय प्राइवेट पब्लिशर्स की महंगी किताबों की बिक्री।
- भीड़भाड़ वाली कक्षाएं।
- शिक्षा की गुणवत्ता में गिरावट।
- शासनादेशों की अनदेखी।
चेतावनी: आंदोलन जिलेभर में फैलाया जाएगा
प्रदर्शन में पंडित नकुल सारस्वत, मोनिका नाज खान, अरुण श्रीवास्तव, विधायक शर्मा, मोहम्मद हाशिम, हृतिक सैनी, दीपक, शिवराज सिंह, सचिन समेत कई अभिभावक शामिल रहे। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि शिक्षा का अधिकार केवल कागज़ों में नहीं, बच्चों की कक्षा में दिखना चाहिए। अगर जल्द कार्रवाई नहीं होती, तो अभिभावकों ने जिलेभर में व्यापक आंदोलन की चेतावनी दी है।